- माओवाद पर बोले उप मुख्यमंत्री सीएम शर्मा
जगदलपुर छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि बस्तर के जवानों के शरीर में करंट दौड़ता है, वे पाताल से भी नक्सलियों को खोज निकालेंगे और बस्तर संभाग को शांति का टापू बनाकर ही दम लेंगे।
गृहमंत्री विजय शर्मा जगदलपुर के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी टाउन हॉल में बस्तर शांति समिति द्वारा नक्सलवाद पर आयोजित संवाद कार्यक्रम में बोल रहे रहे थे। संवाद का विषय था- “माओवाद का विद्रुप चेहरा: बिजिंग से बस्तर तक”। आरंभ में महापौर संजय पाण्डेय ने स्वागत भाषण दिया और विषय की रुपरेखा रखी। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर समेत पूरे छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का तेजी से सफाया हो रहा है। बस्तर जिला तो नक्सल मुक्त घोषित हो ही चुका है, बाकी के छह जिले भी जल्द नक्सलवाद के नासूर से मुक्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ ही छत्तीसगढ़ पुलिस, डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के जवान भी नक्सलवाद के सफाये में प्रण प्राण से लगे हुए हैं। स्थानीय पुलिस, डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के जवान बस्तररिहा युवा हैं। इनके शरीर पर गजब का करंट प्रवाहित हो रहा है, उनसे हाथ मिलाने पर पूरे शरीर में ऊर्जा का संचार हो जाता है। श्री शर्मा ने कहा कि यही बस्तरिहा जवान नक्सलियों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे और बस्तर को शांति का टापू बनाकर ही दम लेंगे। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि बस्तर का आम आदमी नक्सलवाद की खोखली विचारधारा और दोहरे चरित्र को अब अच्छी तरह समझ चुका है और नक्सलियों के बहकावे में न आकर विकास की मुख्यधारा से जुड़ने आतुर है। श्री शर्मा ने एंटी नक्सल ऑपरेशन पर बस्तर में तैनात जवानों के हौसले और सेवा भाव का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे जवान आम बस्तरिहा के प्रति अपने दिल में सॉफ्ट कार्नर रखकर काम कर रहे हैं और उतने ही हार्ड वे नक्सलियों के प्रति हैं। एक समय पूरे बस्तर को डराए रखने वाले नक्सली आज खुद डर के साये में जी रहे हैं। बड़े पैमाने पर हो रहा आत्मसमर्पण इसका उदाहरण है।
नहीं देख पाएंगे 1 अप्रैल 26 का सूरज: केदार कश्यप
आयोजन में विशेष वक्ता के रूप में वन मंत्री केदार कश्यप उपस्थित थे। अपने जोशीले भाषण में केदार कश्यप ने जहां नक्सलवाद की त्रासदी का मार्मिक वर्णन किया, वहीं नक्सलियों को ललकारा भी। मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि हम बस्तर के लोगों ने नक्सलियों के कारण जो दर्द झेला है, उसे हम ही जानते हैं। दोहरे चरित्र वाले नक्सलियों ने बस्तर में सिर्फ नर संहार किया है, उसका जख्म हमें सालों साल तक सालता रहेगा।. मंत्री श्री कश्यप ने कहा कि बस्तर के लोगों को दर्द देने वाले नक्सलियों के दिन पूरे हो चुके हैं। हमारे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जी ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे की जो डेड लाइन दे रखी है, उस पर हमारे आदिवासी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और कर्मठ गृहमंत्री विजय शर्मा पूरी शिद्दत से काम कर रहे हैं। शर्मा जी जहां नक्सल प्रभावित गांवों का निरंतर दौरा कर ग्रामीणों से जुड़े रहते हैं वहीं हमारे सुरक्षा बलों के जवान नक्सलवाद के उन्मूलन के लिए जी जान से जुटे हुए हैं। केदार कश्यप ने कहा कि इन तमाम प्रयासों के चलते नक्सली 1 अप्रैल 2026 के सूरज की पहली किरण नहीं देख पाएंगे।