एटीएम बूथ से राशि आहरित कर संबंधित बैंक से रि-फण्ड करवाकर ठगी करने वाले अर्न्तराज्यीय गिरोह के 02 आरोपियों की गिरफ्तारी

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ए0टी0एम0 कार्ड से राशि आहरित होने के बाद राशि प्राप्त नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई जाती थी बाद में बैंक की ओर से रि-फण्ड कर पुनः पैसा कार्डथारी के खाते में जमा कराया जाता था  1,08,62,000/- रूपये में से 12,00,000/- रूपये की ठगी किया गया |  अलग

अलग बैंको के 14 ए0टी0एम0 कार्ड के माध्यम से ठगी किया गया | आरोपी उत्तरप्रदेश कानपुर क्षेत्र के निवासी जो निजी कार से अपराध करने पहुंचते थे | 03 नग मोबाईल, 02 चेक बुक, बैंक पासबुक, 14 ए0टी0एम0 कार्ड, ड्राईविंग लायसेंस, आधार कार्ड, चार पहिया वाहन ब्रेजा कार क्रमांक- यू0पी0 71 एसी – 0070 बरामद | मुख्य आरोपी है निर्भय प्रताप यादव बीएससी एवं कम्प्यूटर डिप्लोमा धारी |

बिना गार्ड के एवं सुनसान ए0टी0एम0 बूथ को करते थे टारगेट | जगदलपुर – कोठारी मार्केट, प्रतापगंज पारा के ए0टी0एम0 बूथ पर छेड़छाड़ कर राशि आहरित किया गया |

परिचितों के भी ए0टी0एम0 कार्ड को 5-5 हजार रू. में किराये पर लाकर किया जाता था उपयोग | पूर्व में भी 02 आरोपी अनुराग यादव एवं जर्नादन यादव को मामले में गिरफ्तार किया गया है – नाम आरोपी – . निर्भय प्रताप यादव पिता भगवानदीन यादव, उग्र- 30 वर्ष, निवासी हाथीगाँव, थाना महराजपुर, जिला कानपुर उत्तरप्रदेश • महेन्द्र पाल पिता रामशंकर पाल उम्र- 22 वर्ष, साकिन नगर, थाना महराजपुर, जिला कानपुर उत्तरप्रदेश

जगदलपुर शहर में एस0बी0आई0 के ए0टी0एम0 बूथ में रूपये आहरण करने के पश्चात् संबंधित बैंक में रूपये आहरण नहीं हुआ है कहकर टोल-फ्री नम्बर पर शिकायत दर्ज कर पुनः बैंक से अपने खाते में पैसा जमा कराने वाले अन्तराज्यीय गिरोह के 02 सदस्यों को पकड़ने में कोतवाली पुलिस ने सफलता हासिल किया है । ज्ञात हो कि पूर्व में एस0बी0आई0 के ए0टी0एम के माध्यम से राशि आहरण करने के पश्चात् राशि आहरित नहीं हुआ है कहकर शिकायत कर 1,08,62,000/- रूपये की ठगी संबंधी मामले में पूर्व में दिनांक 27.11.2020 को आरोपी अनुराग यादव एवं जर्नादन यादव को गिरफ्तार किया गया था । मामले के अन्य आरोपी फरार चल रहे थे ।

मामले में पुलिस अधीक्षक दीपक झा, अति0 पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश शर्मा के मार्ग दर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार के पर्यवेक्षण में अन्य फरार आरोपियों की पता-साजी किया जा रहा था । सूचना प्राप्त हुआ कि मामले का आरोपी निर्भय प्रताप यादव एवं एक अन्य साथी पुनः अपराध करने की नियत से छत्तीसगढ़ आये है जिनकी पतासाजी हेतु तत्काल टीम रवाना किया गया था । दौरान पतासाजी के आरोपी निर्भय प्रताप यादव एवं एक अन्य को कोरबा से पकड़ा गया । जो पूर्व में पकड़े गये आरोपी अनुराग यादव एवं जर्नादन यादव पूर्व परिचित एवं साथी है ।

तरीका वारदात :

मामले में आरोपी निर्भय प्रताप यादव एवं महेन्द्र पाल से पूछताछ पर अपना अपराध स्वीकार किया गया है । जिन्होंने माह सितम्बर, अक्टूबर, नवम्बर 2020 में जगदलपुर आकर एस0बी0आई0 के ए0टी0एम0 बूथ पर अलग अलग बैंको के ए0टी0एम0 कार्ड के माध्यम से ए0टी0एम0 के प्रक्रिया के अनु राशि का आहरण किया जाता था एवं राशि निकासी के दौरान ए0टी0एम0 के की-बोर्ड पर ★ 0 # के वटन को प्रेस कर ए0टी0एम0 मशीन से छेड़छाड़ कर मनी डिस्पेन्सर स्लॉट में आहरित राशि में से एक नोट को संबंधित शटर रोलर पर छोड़कर शेष राशि निकाल लिया जाता था । थोड़ी देर पश्चात् छोड़ा गया नोट अपनी प्रक्रिया के अनुरूप ए0टी0एम0 मशीन के अंदर वापस चला जाता था जिस कारण आहरण में ईरर कोड जनरेट होता था । बाद में 02-03 दिन पश्चात् आरोपियों के द्वारा अपने मोबाईल फोन से संबंधित बैंक के टोल-फ्री नम्बर पर शिकायत दर्ज कराया जाता था कि “कार्डधारी के खाते से संबंधित राशि का ट्रान्जेक्शन में राशि खाते से कट गया है किन्तु ट्रान्जेक्शन में किसी प्रकार का राशि कार्डधारी को प्राप्त नहीं होना बताया जाता था” | शिकायत के आधार पर बैंको के प्रक्रिया के अनुरूप समयावधि में उक्त शिकायत के निराकरण के संबंध में पुनः संबंधित ए0टी0एम0 के बैंक से कार्डधारी के खाते में राशि पनः जमा किया जाता था । इस आधार पर आरोपियों द्वारा ए0टी0एम0 कार्ड से राशि आहरित किया जाता था और शिकायत दर्ज कर पुनः संबंधित बैंक के माध्यम से उतनी राशि पुनः कार्डधारी के खाते में जमा हो जाता था । इस प्रकार आरोपियों के द्वारा माह सितम्बर, अक्टूबर, नवम्बर 2020 में समय समय पर जगदलपुर आकर उक्त घटना को अंजाम दिया जाता था । मामले में ठगी की राशि 1,08,62,000/- रूपये में से दोनों आरोपियों के द्वारा