प्रवीर ने जिस प्रसंस्करण में किया भ्रमण वहां बाल मजदूरों की भरमार, राजनगर काजू प्रोसेसिंग यूनिट को प्रशासन का संरक्षण

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जगदलपुर। अर्जुन झा

बस्तर के ग्रामीण इलाकों में जो ना हो जाए सो कम है क्योंकि इस क्षेत्र के बड़े प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जिम्मेदारीपूर्वक कार्य नहीं करने के कारण बाल मजदूरी प्रथा को बढ़ावा मिल रहा है।ऐसा ही मामला बकावंड ब्लाक के राजनगर में काजू प्रसंस्करण केंद्र में सामने आया है। ज्ञात हो कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी व ट्रायफेड संचालक प्रवीर कृष्ण के दौरे के बावजूद प्रशासन को यह ना दिखना अपने आप में प्रशासनिक अक्षमता उजागर करता है।

छत्तीसगढ़ सरकार बस्तर जिले में उधोगों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं और सभी प्रकार के संसाधनों की उपलब्धता है तथा मानव संसाधन की भी बाहुल्यता है फिर भी बाल मजदूरी प्रथा को बढ़ावा देकर शोषण किया जा रहा है। बस्तर में कई प्रकार की योजनाएं संचालित होती है और इस क्षेत्र में निर्माण कार्यों में बाल मजदूरी की कई प्रकार की शिकायतें मिलती है उसके बावजूद प्रशासनिक टीम संबंधित क्षेत्रों में दौरा नहीं करने के कारण उनके हौसले बुलंद हैं।

कहां हैं राजनगर का प्रोसेंसिंग युनिट
बस्तर जिला मुख्यालय से उत्तर दिशा में स्थित बकावंड जनपद पंचायत मुख्यालय में पांच किलोमीटर पूर्व स्थित है और काजू प्रसंस्करण केंद्र बकावंड वन परिक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत संचालित है और इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं द्वारा प्रसंस्करण कार्य किया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में नाबालिग युवतियों को भी काम में झोंका गया है।

क्या कहते हैं जिम्मेदार
काजू प्रसंस्करण केंद्र के संचालक से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो नाबालिग युवतियां दिख रही है और वह कालेजों में पढ़ने- लिखने वाली है।जब बच्चों से कार्य कराया जा रहा है तो उन्होंने निरुत्तर हो गए।