भाजपा अगर किसान हितैषी होती तो किसान आंदोलन का समर्थन करती : भाजपा को अगर छत्तीसगढ़ सरकार के धान खरीदी से परेशानी हैं तो भाजपाई किसानो को प्राइवेट मंडी मे धान बेचना था :

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जिला नारायणपुर – सैय्यद वली आज़ाद

जिला एवं ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा द्वारा किये जा रहें धरना प्रदर्शन पर प्रदेश महामंत्री रजनू नेताम और जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवनाथ उसेंडी ने कहा की भारतीय जनता पार्टी के लोग किसान हितैषी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के धान खरीदी सिस्टम को लगातार बदनाम करने के लिए बयानबाजी और धरना प्रदर्शन कर रहें है, भाजपाईयो का धरना प्रदर्शन दिखावे बाजी के सिवा कुछ नहीं है, जो भाजपाई धरना प्रदर्शन कर रहें है वे ख़ुद कांग्रेस सरकार के धान खरीदी पर भरोसा करके अपनी धान सरकार के पास बेचे हैं, कर्जा माफ की योजना का पूरा लाभ लिए है अगर इन भाजपाइयों क़ो कांग्रेस की नीति पसंद नहीं है तों जो कर्जा माफ़ हुआ है उससे सरकार क़ो वापस कर देना चाहिए, वही भाजपा अगर किसान हितैसी होती तों अपने कार्यकाल मे किसानों को पूरा 5 साल 2100 सौ रूपए मे धान खरीदी कर 300 रूपए बोनस देते, आज भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार किसानों से एक एक दाना धान खरीदी कर प्रदेश मे आज की स्तिथि मे रिकार्ड 82 लाख मेट्रिक टन धान खरीद चुकी है और 72 घंटे मे किसानो को पैसा भुगतान भी कर रही है, जबकि भाजपा के 15साल के सरकार मे 50 लाख मैट्रिक टन धान से ज्यादा नहीं खरीद पाई!

ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रवि देवांगन ने भाजपा का धरना प्रदर्शन को नौटंकी की दुकान करार देते हुए कहा की भाजपा अपनी साख बचाने की कोशिस कर धरना प्रदर्शन कर रहें है अगर भाजपा को धरना प्रदर्शन करना है तों दिल्ली मे जाकर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी जी के सामने धरना प्रदर्शन करना चाहिए जो प्रदेश की कांग्रेस सरकार के साथ लगातार पक्ष पात कर रही है छत्तीसगढ़ कोटे के 60 लाख मैट्रिक टन चावल क़ो एफसीआई मे रखने का वादा कर 24 लाख मैट्रिक टन चावल ही रखने की अनुमति दे रही है किसानों क़ो परेशान करने की मानसिकता से बारदाना दे नहीं रहें है, आज पुरे प्रदेश की जनता और किसान कांग्रेस सरकार से खुश है किसान जान चुके है भाजपा के करनी और कथनी क़ो, भाजपा क़ो अगर किसान हितैषी बनना है तों किसान आंदोलन मे भाग लेना चाहिए लगातार 60 दिनों से आंदोलन कर रहें किसानों का दर्द समझ कर किसान बिल वापस लेने प्रधानमंत्री मोदी जी के ऊपर दबाओ डालना चाहिए, जबकि छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता आंदोलन कर रहें देश के अन्नदाता क़ो कभी खालिस्तान तों कभी आतंकवादी कह रहें है भाजपा क़ो अगर किसानों का दर्द समझ आता है तों तीनो काले कानून क़ो वापस लेने मोदी जी के खिलाफ धरना प्रदर्शन करें और किसान बिल वापस ले जाएं, भाजपा क़ो अगर कांग्रेस सरकार के धान खरीदी से परेशानी है और किसान बिल अच्छा को अच्छा समझते है तो अपनी धान प्रदेश के बाहर प्राइवेट व्यपारियों के पास बेचे तब समझ आ जायेगा उनका धान से आय दुगना हुआ की नहीं! इस प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से रघु मानिकपुरी, शिव कुमार पाण्डेय, राजेश दीवान अजय देशमुख, पंडी राम वड्डे, युधिष्ठिर जैन, अमित भद्र, शेख महमूद, विजय सलाम उपस्थित थे !