कुसुमकसा — कुसुमकसा राइस मिल मुख्य मार्ग से से 200 मीटर दूर खेत मे जंगल से भटककर आये घायल नर चीतल की उपचार के पूर्व ही मौत हो गयी ,अलसुबह लगभग 6 बजे कृषक पतिराम चुरेन्द्र अपने खेत पहुंचे तो समीपस्थ खेत मे कुत्तों ने चीतल को काट रहे थे तो उनके द्वारा लकड़ी फेंककर कुत्तों को बचाया व उक्ताशय की जानकारी ग्राम में दी तद्पश्चात वन विभाग को सूचना दी गयी , नांदुलकर वन परिछेत्र अधिकारी दल्लीराजहरा के निर्देशानुसार वन विभाग का अमला घायल नर चीतल के पास खेत मे पहुंचे व घायल चीतल को पीछे के दोनों पाँव के ऊपर में चोटिल होने से वह चल फिर नही पा रहा था ,वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा घायल चीतल को जाला में डालकर उठाकर खेतो से बाहर निकाला ,व वन विभाग के वाहन से पशु चिकित्सालय चिखलाकसा उपचारार्थ कराने ले जाया गया अस्पताल पहुंचते पहुंचते ही घायल चीतल की मौत हो गयी |
मृत चीतल के शव को काष्ठागार डिपो कुसुमकसा लाया गया जहां पशु चिकित्सालय कुसुमकसा के पशुचिकित्सक द्वारा पोस्टमार्टम किया गया तद्पश्चात राजेश कुमार नांदुलकर वन परिछेत्र अधिकारी दल्लीराजहरा के निर्देशानुसार वन विभाग के कर्मचारियों ने चीतल का दाह संस्कार काष्ठागार डिपो में किया , कुसुमकसा के कृषक के खेत मे घायल चीतल मिलने की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों का चीतल को देखने ग्रामीणों का तांता लगा रहा है ,राजेश नांदुलकर परिछेत्र अधिकारी दल्लीराजहरा ने बताया कि मृतक नर चीतल लगभग पांच वर्ष का था व खेतो में हुई जोताई व पानी गिरने से मिट्टी में कही फंसने के कारण वह नही दौड़ पाया होगा तो कुत्तों ने उसपर हमला करते हुए उसके पीछे का हिस्सा व पीछे के टांगो के ऊपर नोचते हुआ काट खाये थे जख्म बड़ा गहरा था ,उपचार के लिए ले जाते समय रास्ते मे ही उसकी मौत हो गयी |