विगत लगभग एक वर्ष के वैश्विक संकट के बाद आम जनजीवन पुनः अपनी गति में लौटने लगा है | इसी के विशेष भूमिका में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का प्रयास एक वरदान सिद्ध हुआ है | यह जानकारी देते हुए ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक नीलकमल सिन्हा ने बताया कि जिला स्वास्थ्य समिति बालोद के बैनर तले उपस्वास्थ्य केंद्र चन्दनबिरही के अंतर्गत ग्राम चिटौद में 31 जनवरी रविवार को गाँव के 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो ड्राप की बूंद पिलाई गई |
पल्स पोलियो प्रतिरक्षण अभियान भारत ने डब्ल्यूएचओ वैश्विक पोलियो उन्मूलन प्रयास के परिणाम स्वरूप 1995 में पल्स पोलियो टीकाकरण (पीपीआई) कार्यक्रम आरंभ किया | इस कार्यक्रम के तहत 5 वर्ष से कम आयु के सभी बच्चों को पोलियो समाप्त होने तक हर वर्ष दिसंबर और जनवरी माह में ओरल पोलियो टीके (ओपीवी) की दो खुराकें दी जाती हैं’
प्रखर बौद्धिक विकास के लिए स्वस्थ शरीर जरूरी- ईश्वरी कुमार सिन्हा
विद्यालयीन शिक्षा की नींव में बच्चों के स्वस्थ शरीर का महत्वपूर्ण योगदान रहता है | इससे प्रखर बौद्धिक विकास को उचित पोषण प्राप्त होता है | गाँव के शासकीय प्राथमिक विद्यालय के सहायक शिक्षक ईश्वरी कुमार सिन्हा ने उक्त विचार व्यक्त करते हुए बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर इस राष्ट्रीय अभियान में अपनी सहभागिता निभाई |
उन्होंने बताया कि इसका लक्ष्य उन्नत सामाजिक प्रेरणा के साथ उन बच्चों तक पहुंचना है जहां पोलियो वायरस लगभग गायब हो चुका है और यहां जनता के बीच उच्च मनोबल बनाए रखना है |
210 में से 204 बच्चों ने ली खुराक
चिटौद के 0 से 5 साल के 210 लक्ष्यित बच्चों में से 204 को आज पहले दिन ही पोलियो की दवा पिलाई गई | इस कार्य में 2 बूथों के तहत गांव के लीला मंडली के भवन में नीलकमल सिन्हा,ईश्वरी कुमार सिन्हा, एवं मितानिन जानकी साहू, भागेश्वरी साहू, सरस्वती भांडुलकर तथा गोंडवाना भवन में कामिनी साहू, तुलसी जोगी, विद्या उईके, चंद्रिका टांडे ने दवा पिलाने की जिम्मेदारी निभाई |
घर-घर पहुंचीं मितानीनें
बच्चों को बूथ तक पहुंचाने व जीवन रक्षक दवा पिलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव की मितानीनों ने जनसंपर्क किया | उन्होंने लक्ष्य आधारित हर घर में जाकर सभी पालकों को इस महाअभियान में सहभागिता निभाने को प्रेरित किया |
सहायक चिकित्सा अधिकारी के. के. सिन्हा ने किया निरीक्षण
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की थीम दो बूंद हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार की इस राष्ट्र व्यापी अभियान के बेहतर क्रियान्वयन के जमीनी अवलोकन के लिए पुरूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सहायक चिकित्सा अधिकारी के.के.सिन्हा ने भी प्रत्यक्ष अवलोकन किया | उन्होंने यहाँ पर निर्धारित लक्ष्य के साथ-साथ मिले अतिरिक्त उपलब्धि के लिए टीम की प्रशंसा की |
खण्ड चिकित्सा अधिकारी रावटे सहित टीम ने भी लिया जायजा
निरन्तर प्रोत्साहन व आवश्यक दिशा निर्देश हेतु खण्ड चिकित्सा अधिकारी जी. आर. रावटे, खण्ड प्रशिक्षण अधिकारी के. आर. उर्वशा व सेक्टर सुपरवाइजर एवन काहिरा ने भी इस महाभियान को सफल बनाने में योगदान दिया | उन्होंने बुथ में उपस्थित मितानिनों से ड्राप पिलाने व उपयोग में लिए जा रहे सामग्रियों से संबंधित विविध आवश्यक जानकारी जैसे वी वी एम अर्थात वैक्सीन वॉयल मॉनिटर की उपयोगिता व सावधानी के बारे में परिचर्चा भी की, साथ ही नजरी नक्शे के द्वारा आबादी, संवेदनशील क्षेत्र व लाभार्थी इत्यादि की जानकारी भी दी |