निगम प्रशासन की चुप्पी, मिलीभगत के संदेहों को दे रहे जन्म
असमंजस भरा रहा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी का बयान
जगदलपुर। शहर के एक रसूखदार ठेकेदार द्वारा चौधरी ट्रेडर्स के माध्यम से शासकीय भूमि पर कई प्रकार के भवन निर्माण सामग्री एकत्र कर विगत कई वर्षों से समस्त नियमों को ताक में रख धड़ल्ले से बेचा जा रहा है.
विदित हो कि विगत कुछ वर्षों से लेकर अब तक इस मार्ग पर कई प्रकार की सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसमें कई लोगों को मौत एवं कई घायल हो चुके हैं.
यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए स्थानीय संबंधित विभाग एवं नगर निगम; कई प्रकार से प्रयास कर रहा है किंतु, अव्यवस्थित रूप से अपना व्यवसाय करने के लिए उक्त ठेकेदार द्वारा नियम कानुन की परवाह न करते हुए बिना निगम को यथोचित अनुमति के इस प्रकार का सप्लाई व्यवसाय किया जा रहा है. ताज्जुब की बात तो यह है कि इतने वर्षों में संबंधित विभाग के किसी भी अधिकारी की नजर इस ओर नहीं जाना कई सवालों को जन्म दे रहा है और यहां यह कहना लाजमी हो जाता है कि कहीं न कहीं ठेकेदार की रसूख इतनी है कि अप्रत्यक्ष तौर पर समस्त नियमों को तोड़ने की अनुमति इसे दे दी गयो हो. इस मामले में नगर निगम की चुप्पी निश्चित ही मिलीभगत के संदेहों को जन्म दे रही है
इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के प्रभारी कार्यपालन अभियंता आरके बत्रा का जवाब असमंजस भरा रहा उन्होंने पहले तो कह दिया कि उस भवन निर्माण सामग्री को हटाने की जवाबदेही उनकी है, फिर पूरा ठीकरा निगम पर फोड़ दिया.वहीं, निगम आयुक्त प्रेम पटेल ने कहा कि ऐसा करना गैरकानुनी है ठेकेदार को नोटिस भेजकर चालानी कार्यवाई की जाएगी