शासन को लाखों के राजस्व का घाटा
ठेकेदारों से सांठगांठ कर रायल्टी में हो रही सेंधमारी
जगदलपुर – बस्तर जिले में लगभग आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इन स्थलों पर मुरूम का अवैध उत्खनन से शासन को लाखों के राजस्व को चपत लगाई जा रही है। माईनिंग विभाग से सांठगांठ कर ठेकेदार कर रहे अवैध उत्खनन। एक दो ठेकेदार को छोड़ देतो अधिकांश ठेकेदार बिना किसी अनुमति के ही उत्खनन कार्य कर रहे है और खनिज विभाग अनजान बना हुआ है। ऐसे ही कई नजारे बस्तर विकासखंड एवं बास्तानार इलाके में देखे जा सकते है।
ज्ञातव्य हो कि बस्तर जिले में एक भी मुरूम की खदान को स्वीकृति शासन के द्वारा नहीं दी गई है। खनिज विभाग के संरक्षण में ही मुरूम का अवैध उत्खनन का कार्य जिलेभर में चल रहा है और खनिज विभाग बेखबर है। कई वर्षों से माईनिंग अधिकारी का पद रिक्त है प्रभारी के भरोसे ही चल रहा है।
लाखों के राजस्व का घाटा: बस्तर जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना,लोक निर्माण विभाग, वन विभाग सहित कई विभागों द्वारा सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है जिसमें सैकड़ों ट्रक मुरूम का उपयोग किया जा रहा है। उत्खनन के पूर्व खनिज विभाग से इसको काई अनुमति नहीं ली गई है। जिले के तुरपुरा पल्लीभाटा, मुसकोंटा, बेलबुटी, दरभा इलाके में कई स्थानों में मुरूम का अवैध उत्खनन कार्य बेधड़क किया जा रहा है। स्थानों पर मुरूम का अवैध उत्खनन कर तालाब का आकार सड़को के किनारे दिया जा चुका है जो बारिश के दौरान ग्रामीणों के लिए मीत का कारण भी बन सकता है। ऐस कई घटनाएं घटित होने के बाद भी प्रशसन नहीं जागा। खनिज विभाग की उदासिनता के कारण शासन को लाखों के राजस्व का घाटा उठान पड़ रहा है।
सेटिंग में चल रहा काम: विशेष सूत्रों से यह जानकारी मिली है कि ठेकेदार खनिज विभाग से सांठगांठ कर अवैध उत्खनन को बढ़ावा दे रहे है। सड़कों में उपयोग किये गये मुरूम का 25 फिसदी रायल्टी जमा कर खानापूर्ति कर शासन को चपत लगाई जा रही है। शासन को मिलने वाली रायल्टी का कुछ हिस्सा खनिज विभाग के जेब में पहुंच रहा है
जो ठेकेदार खनिज विभाग के फरमान को नहीं मान रहे उन ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई कर अफसरों के केनजर में बेहतर बनने का ढोंग भी कर रहे है। सही मायने में मुरूम के अवैध उत्खनन पर नकेल कसी जाये तो शासन को लाखों का राजस्व मिल सकता है।
विभाग के अधिकारी से उत्खनन को लेकर पूछे जाने पर गोलमोल जवाब देकर अपना बचाव करते दिखते है। सड़क निर्माण कार्यों में जुटे कई ठेकेदारों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मुरूम का अवैध उत्खनन खनिज विभाग के इशारों पर हही होता आ रहहा है इसके एवज में वसूली गई राशि का विभाग आपस में बंटवारा करती है