जगदलपुर । मेरे पति की मौत दुर्घटना में नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है का आरोप लगाते हुए मृतक लक्ष्मी प्रसाद बघेल की पत्नी सारिका बघेल ने इसकी समुचित जांच की मांग पुलिस महानिरीक्षक से की है अपने दिए आवेदन में उन्होंने कहा है कि मेरे पति की मौत महज एक दुर्घटना नहीं बल्कि प्लानिंग मर्डर है इसकी पुष्टि इन बातों से होती है कि उनकी दुर्घटना के 2 दिन पूर्व 15 जनवरी 2021 को जब मेरे पति किसी कार्य बोधघाट रोड स्थित वेल्डिंग दुकान में बैठे थे तब एक महिला समेत पांच लोगों ने मेरे पति को दुकान में घुसकर उनको मारने का प्रयास किया था मैंने स्वयं मौके पर देखा कि एक महिला के साथ 5 लोग मेरे पति को मारने का प्रयास कर रहे थे मैंने आनन-फानन में इसकी सूचना बोधघाट पुलिस को दी। लेकिन पुलिस के आने के पूर्व व महिला और 3 लड़के फरार हो गए। मौके पर मोनू और करण को धारदार हथियार समेत पुलिस ने मौके पर पकड़ा उक्त महिला जिसे फूलों के नाम से वे लड़के जानते थे, तीन लड़कों के साथ भागने में सफल रही ।आवेदिका सारिका बघेल ने यह भी बताया कि मेरे पति पर हमला करने वाले दो लड़के मोनू और करन को छुड़ाने आनंद ढाबा जगदलपुर के संचालक अशोक आया जो कि आनंद ढाबा के संचालक का पुत्र है, उसने पुलिस को बताया कि यह दोनों मेरे ढाबा में काम करते हैं इनके और मेरे पति स्व. लक्ष्मी प्रसाद बघेल के बीच ग्राम बेलगांव उड़ीसा के जमीन से संबंधित मामला है । मैं इनका आपसी समझौता कराकर मामले को समाप्त कर दूंगा यह कह कर उसने मेरे जेठ एवं मेरे पति को समझा-बुझाकर थाने से ले आया लेकिन मेरी जानकारी में उक्त मामले का कोई समाधान नहीं निकला।
आवेदिका सारिका बघेल ने फिर दूसरी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना के 1 माह पश्चात 17 फरवरी बुधवार रात 11 बजे एक फोन आने पर मेरे पति लक्ष्मी प्रसाद बघेल ने मेरे जेठ के बेटे नीलांबर एवं उनके मित्र सीनू राव को कहा कि आ रहा हूं कहकर घर से निकले वह निकलते वक्त फोन पर किसी से कह रहे थे कि आ रहा हूं और अकेले आ रहा हूं कह कर निकल गए। ठीक उसके दूसरे दिन गुरुवार सुबह 5 बजे मेरे पति लक्ष्मी प्रसाद बघेल के फोन पर से मेरी बड़ी ननंद के पति का फोन आया जिसमें मुझे बताया गया कि एक व्यक्ति का एक्सीडेंट ग्राम भिरलिंगा बस्तर रोड में हुआ है जो मर चुका है। जब मैं वहां से थाना बस्तर पहुंची तो देखा कि मेरे पति मृत अवस्था में वहां पड़े थे । घटनाक्रम के दौरान जो कि मुझे नाटकीय लगा मैंने थाने के अंदर जाकर बताया कि यह दुर्घटना नहीं बल्कि किसी साजिश के तहत की गई हत्या है तब थाने में उपस्थित सिपाहियों ने मुझे चुप करा दिया। मैंने बार-बार एक माह पूर्व घटित घटना का विवरण थाने में उपस्थित लोगों को दी , लेकिन मेरे तमाम प्रकार के अनुरोध का उनके ऊपर कोई असर नहीं हुआ उन्होंने ना मेरा ना मेरे जेठ का उस दिन या उसके बाद से अब तक कोई बयान नहीं लिया थाने से अब तक कोई जानकारी या रिपोर्ट हेतु नहीं बुलाया गया। दुर्घटना की जगह मेरे पति की बुलेट क्रमांक 10 जे 1313 के गिरने से मुझे मेरे परिवार वाले को अब तक यह समझ नहीं आ रहा है कि मेरे पति की मौत एक सामान्य सी दिखने वाली दुर्घटना में हो गई ।इस मामले को लेकर मेरे द्वारा बार-बार बस्तर पुलिस से जानकारी मांगी जा रही है लेकिन उनके द्वारा मुझे लगातार नकारात्मक जवाब दिया जा रहा है जिससे मुझे लग रहा है कि किसी नाटकिय घटनाक्रम को दर्शा कर मेरे पति लक्ष्मी प्रसाद की हत्या कर दी गई है ।इन सारे मामलों में 15 जनवरी 2021 को मेरे पति को मारने आए महिला एवं 5 लड़कों के साथ उसे छुड़ाने आने वाले आनंद ढाबा के संचालक के पुत्र अशोक कुमार की भी इस मामले में किस प्रकार की मिलीभगत है उसकी भी जांच किए जाने की मांग उन्होंने बस्तर रेंज के आईजी से की है। इस सारे घटनाक्रम के दौरान इस प्रतिनिधि ने पाया कि जनवरी 15 /2021 को घटित साधारण घटना जिसे जमीन विवाद का मामला बताया जा रहा था के कारण ही 17 फरवरी 2021 को घटी घटना में लक्ष्मी प्रसाद बघेल की मौत का मामला कई प्रकार के संदेह को जन्म देता है ।पुलिस अगर ढाबा संचालक के पुत्र से कड़ाई से पूछताछ करती है तो जल्द से जल्द मामले की सच्चाई सामने आ सकती है और मृतक की पत्नी सारिका बघेल को घटना से संबंधित मामले में न्याय मिल सकेगा।