बीजापुर जिले में हुई नक्सली घटना ने बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ को झकझोरकर रख दिया । 22 जवानों की शहादत पर पूरा देश शोक में डूबा हुआ है , पर इतनी बड़ी घटना के बाद भी छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री जी न तो कही दिखाई दिए और न ही उनका कोई बयान आया । देश के गृह मंत्री अमित शाह जी ने अपने सारे कार्यक्रम निरस्त करके तत्काल जवानों को श्रद्धांजलि देने जगदलपुर पहुँचे । केंद्रीय गृह मंत्री बासागुडा कैम्प भी गए और जवानों की हौसला आफजाई की , साथ ही साथ वे रायपुर में घायल जवानों से भी मिले।
परन्तु राज्य के गृह मंत्री इतनी बड़ी घटना के बाद अपनी जिम्मेदारी से भागने का प्रयास करते हुए दिखाई दे रहे हैं । इस राज्य के गृहमंत्री क्या सिर्फ ट्रान्सफर और पोस्टिंग के दायित्व का निर्वहन करने के लिए बने हैं ? या नक्सल घटनाओ पर उनकी कुछ जिम्मेदारियां भी हैं ? उक्त बातें पूर्व शिक्षा मंत्री और भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप जी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही है ।
कश्यप ने यह भी कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री के साथ साथ बस्तर के एकमात्र स्थानीय मंत्री जी की भी नक्सल घटना पर चुप्पी कई प्रश्नों को जन्म देती है । इन दोनों मंत्रियों की खामोशी बस्तर और छतीसगढ़ की जनता देख रही है । हर मामले पर कुछ न कुछ बयान देने वाले स्थानीय मंत्री की खामोशी तो और भी ज्यादा संदेहास्पद है ।