छतीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने गुरुवार को एक प्रेस जारी करते हुए पूर्व मंत्री केदार कश्यप को घेरते हुए कहा कि मैं केदार कश्यप जी का बयान सुनरहा था सुनकर मुझे तरस आ रहा है कि क्या कोरोना छत्तीसगढ़ में ही फ़ैल रहा है बाकि राज्यों में नहीं फ़ैल रहा है अगर आप में हिम्मत है तो प्रधानमंत्री एवं अमित शाह के चुनावी रैली को निरस्त कराये जो पुरे देश में घूम घूम कर चुनावी सभा में लाखो की भीड़ इक्कठी कर रहे है अगर देश में कोरोना फ़ैलाने के दोषी है तो प्रधानमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी की सरकार है जो कोरोना से लड़ने के बजाय पूरी ताकत से एक महिला से लड़ रही है और इन्ही सब से बचने के लिए इनके पार्टी के नेता अर्नगल बयान दे रहे है जो की हास्यास्पद है केदार कश्यप जी आप मुझे बताए कि भ्रष्टाचार से आखिर कोरोना महामारी कैसे फैलता है ?
आपने कहा की कोरोना भ्रष्टाचार से फैलता है पिछले 15 साल भाजपा की सरकार में 15 साल मंत्री रहे राजनितिक अनुभव भी हैऔर समझदारी भी है ,लेकिन मैं समझता हूँ आपमे ज्ञान की कमी है मुझे राजनीतक अनुभव तो आपसे कम है किन्तु एक शिक्षक होने के नाते शिक्षा के क्षेत्र में ज्यादा अनुभव है आप चाहे तो मुझसे आकर नि:शुल्क ट्यूशन ले सकते है |
उन्होंने 12 अप्रैल को चपका मे घटित घटना को लेकर कहा कि चपका में जो घटना घटित हुआ उसके जिम्मेदार भी केदार कश्यप ही है क्योकि उनके एवं भाजपा के कार्यकर्ताओ के द्वारा राजनितिक फायदे के लिए सुनियोजित तरीके से षड़यन्त्र रचते हुए गाँव वालो को भड़काकर भीड़ की आड़ में मुझे जान से मारने की नियत से उक्त घटना को अंजाम देने का काम भी आपने किया है |
अगर आप 15 साल मंत्री रहते आदिवसियों की इतनी ही चिंता करते तो ताड़मेटला में 200 से अधिक आदिवासियों के घर नहीं जलते और ना ही कही आदिवासियों को फर्जी नक्सली प्रकरण में जेल भेजने का कम करते।
घड़ियाली आँसू बहाना बंद करे पूर्व मंत्री केदार कश्यप
टाटा में आपने हजारों आदिवासी किसानों की जमीन छिनने का काम किया लेकिन हमारे आदिवासियों के सच्चे हितैषी मुख्यमंत्री मा. भूपेश बघेल जी एवं कांग्रेस सरकार ने उन किसानों को नि:शर्त जमीन वापस करने का काम किया |
आपने दंतेवाड़ा के नंदराज पहाड़ को अडानी को देने के लिए फर्जी ग्राम सभा कराया ,हमारी सरकार ने उसे निरस्त कराया,छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार अभी बेहतर काम कर रही है उसके ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाने से पहले आप अपने कार्यकाल को भी थोडा याद कर लीजिए कि आपने किस तरह शिक्षा मंत्री के पद पर रहते हुए पुरे शिक्षा जगत को शर्मसार कर देने वाली परीक्षा फर्जीवाड़ा की घटना को अंजाम दिया और कोई कार्यवाही होने नहीं दिया |
आदिवासियों के नाम से घड़ियाली आंसू बहाने से आपके गुनाह छिपने या कम होने वाला नही है रही बात चपका की तो मैं जनता के साथ हूँ जनता जैसी चाहेगी वैसी होगा हमारी सरकार जनता कि जमीने वापस करने वाली है ना कि जमीने छिनने वाली है