देश भर में कोरोना महामारी से लोग जान गंवा रहे हैं और लोग अस्पतालों में ज़िंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं । इस महामारी के बीच जहां राजनीतिक छींटाकशी छोड़ कर लोग जनप्रतिनिधियों से मदद की उम्मीद रखते हैं , भाजपा द्वारा ऐसे हालात में धरना प्रदर्शन कर लोगों का मनोबल तोड़ना एक निम्नस्तरीय राजनीति से ज़्यादा और कुछ नहीं है ।
यूँ ही नहीं कहा जा रहा है भाजपा को “आपदा में अवसर”
ज्ञात हो कि देश भर में सारे राज्य महामारी को रोकने में असफल रहे हैं , गुजरात , उत्तराखंड , मध्यप्रदेश में हालात क्या हैं ये समाचार के माध्यम से सबने देखा है ! इसके बाद भी जब छत्तीसगढ़ के सारे विधायक अपने अपने विधानसभा क्षेत्र में युद्धस्तर पर कोविड केयर सेंटर का निर्माण कर रहे हैं , सराहना तो दूर , भाजपा वालों ने कीचड़ उछालना ठीक समझा ।
विदित हो पूरे देश मे कोरोना वैक्सीन लगवाए जाने के मामले में छत्तीसगढ़ दूसरे नम्बर पर है , बालोद जिले के तीनों विधायकों ने संक्रमण से निपटने बेहद अलप समय मे कोविड केयर तैयार करवाया है ।
मुख्या भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी द्वारा निरंतर महामारी की रोकथाम हेतु आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं और आगे मिल कर इस महामारी से जंग जीतेंगे ।।
बेहतर होगा कि इस जंग में भाजपा अपने सोये हुए सांसदों को शामिल करने भी एक धरना प्रदर्शन का आयोजन करें , और लोगो को जागरूक करने के लिए मास्क का उपयोग करे क्योकि आज भी बहुत से नेताओ ने फ़ोटो खिंचवाने के लिए मास्क का उपयोग नही किया जो कि गैर जिम्मेदार हरकत है।।