सैय्यद वली आज़ाद – नारायणपुर।
भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष जैकी कश्यप ने कांग्रेस द्वारा गुलाब फूल दिए जाने के जवाब में कांग्रेस के नेताओं को करारा जवाब दिया है, जैकी ने कहा गुलाब के असली हकदार तो प्रदेस के मुखिया है जिनकी लपरवाही के चलते लगभग 2 लाख से ज्यादा वेक्सीन खराब हुई वेक्सीन के प्रति उतने जागरूक और उसे महत्वपूर्ण समझते तो लाखों लोगों के काम आने वाले उस जीवन रक्षक दवाई में इतनी लापरवाही नही करते, अब आई बात वेक्सीन के रेट की तो आपको इस पर विस्तार पूर्वक समझाना चाहूंगा केंद्र सरकार को जो को वेक्सीन का पहला प्राइस 150 रुपये सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा लगाया जा रहा है वो फ़िक्स रेट नही है बल्कि वह इंट्रोडक्यूटिव रेट है जो 10 करोड़ डॉज तक ही है,उसके बाद पुनः मूल्य समीक्षा केंद्र सरकार व सीरम के बीच होगा। जैकी ने कहा कि मोदी सरकार ने 3000 करोड़ रुपये एडवांस सीरम को दिया था जिसके कारण सीरम इस मूल्य पर केंद्र को वैक्सीन दे रहा है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को पत्र लिख कर इस बात का आग्रह करना चाहिए कि वैक्सीन की बुकिंग में आप देर ना करें। छत्तीसगढ़ की जनता के हित में शीघ्र अति शीघ्र वैक्सीन खरीदी का ऑर्डर सीएम भूपेश बघेल दें।
देश के विभिन्न राज्य बिना राजनीति के अपने प्रदेश की जनता के लिए वैक्सीन बुक कर चुके हैं परंतु दुर्भग्यपूर्ण है कि छत्तीसगढ़ जैसा जनसंख्या के लिहाज से छोटा साधन संसाधन सम्पन्न राज्य जो बहुत बेहतर कर सकता है कोरोना महामारी पर विजय प्राप्त कर सकता है परंतु कांग्रेस की राजनीति की भेंट चढ़ रहा है हर विषय में पिछड़ता जा रहा हैं। जैकी ने पुनः कांग्रेस के नेताओं से पूछा कि कांग्रेस के लापता सांसद के यहां गुलाब फूल भेजा गया या नहीं? कांग्रेस नेता राज्यसभा सांसद केटीएस तुलसी जी के पास जाएं फूल लेकर तो उन्हें याद दिलाएं की वे छत्तीसगढ़ से चुन कर भेजे गए हैं। यदि कांग्रेसियों की सोच सकारात्मक होती तो यह गुलाब प्रधानमंत्री जी को देकर वैक्सीन व अन्य संसाधन उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद के रूप में देते और एक गुलाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को देते ताकि क्रिकेट मैच जैसे गैर जरूरी आयोजन छत्तीसगढ़ में कराकर जनता की जान आफत में डालने जैसे गलती दोबारा न करे ।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम से पूछा हैं कि क्या मोदी जी द्वारा रियायती दर पर टीके छत्तीसगढ़ या अन्य राज्यों में नहीं लगवाए गए क्या? क्या 45 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों को जो छत्तीसगढ़ सहित देश के अन्य राज्यों में रहते हैं को टीके का लाभ उनके घर के पास तक पहुंचा कर नहीं दिया गया क्या? सीएम भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं ने वैक्सीन नहीं लगवाया क्या? उन्होंने कहा कि केंद्र ने जो भी टीके खरीदे उन्हें राज्यों को ही दिया गया फिर आपदा में राजनीति क्यों? मोहन मरकाम जी यह बताएं कि केंद्र और राज्य को वे अलग अलग भौगोलिक इकाई मानते हैं क्या? उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में लगभग एक करोड़ लोगों के लिए टीके की आवश्यकता होगी जिसमें लगभग 420 करोड़ का खर्च आना है। बेहतर व्यवस्था की बात करने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी के निर्देश पर शराब पर सेस लगाया गया जो लगभग 400 करोड़ होगा, डीएमएफ फण्ड, कैंपा फण्ड राहत कोष को जोड़ दें तो लगभग 2000 हजार करोड़ से अधिक राशि छत्तीसगढ़ सरकार के पास होने के बावजूद भी छत्तीसगढ़ की जनता के लिए 400 करोड़ का वैक्सीन खरीदने में सांसें फूल रही है। बड़े बड़े राज्य अपनी जनता के लिए तत्परता दिखा रहे हैं परंतु छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता इसे भी राजनीति का विषय बना रहे हैं शायद दस जनपथ के इशारे का इंतजार कर रहे हैं।