कोरोना संक्रमण के दौर में जहाँ एक ओर लोगों का अस्तित्व संक्रमण के समय अपनी जान जोखिम में डाल लोगों की सहायता में जुटे हुए है |
इस वैश्विक महामारी के समय में शासन प्रशासन व स्वास्थ्य कर्मी अपनी व्यवस्थाओं से लोगों का जीवन बचाने में लगे हुए है, इसके बावजूद कोरोना संक्रमण से लगातार कई लोगों को अपने परिजनों अथवा स्नेहीजनों को खो रहे है | रिश्ते भी अपने आप में इतने मजबूर हो गए है कि अपनों के सूख दुःख में शामिल नहीं हो पा रहे है | सभी को अपनी जान एवं परिवार की चिंता लगी है |
ऐसे ही एक घटना कल चिखलाकसा वार्ड क्र 09 लाल बहादुर शास्त्री वार्ड में घटी जिसमे एक परिवार की इकलौती बेटी अंजना मिश्रा उम्र 43 वर्ष को कोरोना संक्रमण के कारण अपने जीवन से हाथ धोना पड़ा | बताया जाता है कि 3-4 दिनों से सर्दी खांसी हुआ था दो दिन बाद बुखार आने पर 27 तारीख को माइंस ऑफिस गेट के पास कोविड सेंटर जांच केंद्र में जाकर जांच कराने पर पॉजिटिव रिजल्ट आया इसके बाद वह होम आइसोलेशन में रही | 28 तारीख को रात्रि 10 बजे तबियत ख़राब होने पर 108 को फ़ोन कर बुला स्थानीय शहीद अस्पताल में भर्ती हुई | रात्रि 1:30 बजे उसकी मृत्यु हो गई | 5-6 माह पूर्व उसके पिता की भी मृत्यु हो गई थी | घर पर केवल वृद्ध माँ थी |
शव का अंतिम क्रियाकर्म के लिए मोहल्ले वासियों द्वारा चिखलाकसा के अजजा मोर्चा के जिलाध्यक्ष व् सांसद प्रतिनिधि विक्रम ध्रुवे को दोपहर 12 बजे सुचना दी गई | शासन से पीपीई किट की व्यवस्था कर घर के पास पहुंचे किन्तु संक्रमण के डर से वार्ड का कोई भी सदस्य सामने नहीं आया इसके पश्चात् विक्रम ध्रुवे द्वारा उनके परिजनों से चर्चा कर स्वयं ही अपने टीम के साथ पीपीई किट पहनकर उक्त महिला को अपनी बहन मानकर मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया | उनके साथ नगर पंचायत उपाध्यक्ष अब्दुल इब्राहीम मुस्लिम होने के बावजूद अंतिम संस्कार में सहयोग दिया एवं बाबूलाल एवं कैलाश ने सहयोग प्रदान किया | विक्रम ध्रुवे द्वारा बताया गया कि हमारे युवा साथी कोरोना विपत्ति के समय क्षेत्र की जनता का हर संभव सहयोग करने के लिए तत्पर है |