सेल कर्मियों का वेतन पुनरीक्षण समझौता विगत बावन महीनों से लंबित – खदान मजदूर संघ

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केंद्र सरकार द्वारा घोषित महारत्न कंपनी सेल में कर्मियों का वेतन पुनरीक्षण समझौता विगत बावन महीनों से लंबित है। पूर्व में सेल प्रबंधन द्वारा वेतन पुनरीक्षण हेतु राशि अलग से रखी गयी थी किन्तु अचानक सेल प्रबंधन ने डीपीई गाइड लाइन का हवाला देते हुए कहा कि चूंकि सेल घाटे में है इसलिए डीपीई गाइड लाइन के मुताबिक कर्मियों का वेतन समझौता फिलहाल नहीं हो सकता है और इसलिए सेल प्रबंधन द्वारा इस मद हेतु आबंटित राशि वापस ली जाती है। सेल प्रबंधन ने उक्त निर्णय एनजेसीएस के सदस्य श्रम संगठनों से बिना पूछे ले लिया। सेल प्रबंधन के उक्त निर्णय का विरोध भी किया गया क्योंकि डीपीई का गाइड लाइन कर्मियों पर लागू ही नहीं होता है। किन्तु कंपनी के हित को ध्यान में रखते हए सेल कर्मियों एवं श्रम संगठनों ने किसी तरह का कोई आंदोलन नहीं किया और यह विश्वास जताया कि वित्तीय स्थिति ठीक होने पर सेल प्रबंधन इसी डीपीई माइड लाइन के हिसाब से कर्मियों के लिए एक सम्मानजनक वेतन समझौता करेगा जिससे कर्मियों को डीपीई गाइड लाइन के अनुसार अधिकतम लाभ मिलेगा। किन्तु वित्तीय स्थिति में सुधार होते ही सेल प्रबंधन ने कर्मियों और श्रम संगठनों के विश्वास को ठेस पहुंचाते हुए वेतन समझौते के लिए आनाकानी शुरू कर दी जिससे कर्मियों के मन में कंपनी प्रबंधन के विरुद्ध न केवल अविश्वास की भावना पनपने लगी बल्कि श्रम संगठनों को भी सेल प्रबंधन के द्वारा किये जा रहे आनाकानी के कृत्य में स्पष्ट रूप से कर्मी विरोधी मानसिकता झलकने लगी।

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इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध खदान मजदूर संघ मिलाई के राजहरा शाखा के सचिव लखन लाल चौधरी ने बताया कि सेल प्रबंधन के कर्मी विरोधी मानसिकता के वजह से सेल के विभिन्न इकाईओं में कर्मियों ने टूल डाउन करके विरोध जताया जिससे कंपनी को नुकसान उठाना पड़ा। सेल प्रबंधन के इस दृषित मानसिकता के वजह से भारतीय मजदूर संघ ने दिनांक 03.05.2021 को सेल के सभी इकाईओं में एक दिवसीय हड़ताल का आश्वान करते हुए 16.04.2021 को इस सम्बन्ध में सेल प्रबंधन एवं सभी सम्बंधित विभागों को नोटिस दे दिया। इस सम्बन्ध में दिनांक 29.04.2021 को आरएलसी (केंद्रीय) रायपुर में एक समझौता वार्ता रखा जिसमे संघ के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट रूप से सेल प्रबंधन के कर्मी विरोधी मानसिकता का विरोध करते हुए कहा कि कोई भी श्रम संगठन हड़ताल करने के पक्ष में नहीं रहता है किन्तु प्रबंधन के कर्मी विरोधी अडियल नीति एवं मानसिकता के कारण मजबूर होना पड़ता है। भा.म.संघ. भी हड़ताल को आखरी विकल्प मानता है लेकिन वर्तमान में सेल प्रबंधन के अड़ियल नीति और कर्मी विरोधी मानसिकता के कारण हड़ताल जैसे कदम उठाने हेतु मजबूर है।

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अगर सेल प्रबंधन को कंपनी और कर्मियों की सचमुच में चिंता है तो वह कर्मियों को डीपीई गाइड लाइन के मुताबिक 150 एमजीवी और 3546 वेरिएबल पर्कस देने के लिए तैयार हो जाये और इसकी घोषणा तत्काल रूप से एनजेसीएस की बैठक बुलाकर कर देवे। किन्तु सेल प्रबंधन की मानसिकता कमी विरोधी है और सेल प्रबंधन द्वारा कर्मियों एवं अधिकारीयों के बीच एक दीवार खींचने का प्रयास किया जा रहा है जिसके फलस्वरूप सेल प्रबंधन द्वारा बनिए की दुकान की तरह मोल भाव किया जा रहा है। 23.04.2021 को हुई बैठक में सेल अध्यक्ष द्वारा 11.2540 एमजीबी देने की बात की गयी और पर्कस के सम्बन्ध में कोई वर्षा ही नहीं की गयी। साथ ही विगत बावन महीनों के बकाया राहत राशि देने में भी सेल प्रबंधन द्वारा आनाकानी की जा रही है। सेल प्रबंधन के इन कृत्यों को भा.म.सं.स्पष्ट रूप से कर्मी विरोधी मानसिकता मानता है और अगर सेल प्रबंधन द्वारा 03.05.2021 के पहले किसी तरह का कोई सकारात्मक पहल होते नहीं दिखता है तो भा.म.सं. दिनांक 03.05.2021 को सेल के सभी इकाईओं में घोषित हड़ताल करने हेतु मजबूर होगा जिससे होने वाले किसी भी तरह के नुकसान के लिए केवल और केवल सेल प्रबंधन ही जिम्मेदार होगा।

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समझौता वार्ता के अंत में आरएलसी (केंद्रीय) रायपुर श्री अखिलेश राय ने प्रबंधन को कर्मियों के हितार्थ 03.05.2021 से पहले सकारात्मक पहल करने की सलाह देते हुए दो दिन बाद पुनः समझौता वार्ता रखने की बात कही जिसपर प्रबंधन के तरफ से उपस्थित प्रतिनिधियों ने शीघ ही इस सम्बन्ध में सेल कॉर्पोरेट ऑफिस तक बात पहुंचाते हुए सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया।

अंत में लखन लाल चौधरी ने कहा कि अगर सेल प्रबंधन अपने कर्मी विरोधी मानसिकता पर अड़ा रहता है तो मा.म.सं. अपने पूर्व घोषित कार्यक्रमानुसार 03.05.2021 को सेल के सभी इकाईओं में हड़ताल करेगा। उन्होंने सभी खदान कर्मियों से अपील की कि कोरोना काल के विषम परिस्थिति के वजह से किसी तरह का कोई पोस्टर अथवा पैम्फलेट छपवाना संभव नहीं हो पा रहा है एवं भा.म.सं. के प्रतिनिधि अपने विचारों से अवगत करने हेतु कर्मियों से वन तो वन संपर्क नहीं बना पा रहे हैं किन्तु उन्हें विश्वास है कि मा.म.सं. द्वारा कर्मियों के हित हेतु हड़ताल करने के निर्णय को कर्मियों का समर्थन प्राप्त होगा और 03.05.2021 को कार्मिगं हड़ताल को शत प्रतिशत सफल बनावेंगे जिससे सेल प्रबंधन को अपने कर्मी विरोधी मानसिकता का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।