आंध्र प्रदेश (एपी) में कोरोना का एक नया स्ट्रेन (स्वरूप) मिलने से एक बार फिर हड़कंप मच गया है। यह स्ट्रेन स्टेज एक और दो की तुलना में 10-15 गुना तक अधिक संक्रामक है। रतेंगा के डेंगगुड़ापारा में रहने वाले 35 साल के युवक की क्वारेंटाइन सेंटर में मौत के बाद हड़कंप मच गया. हैदराबाद से रविवार को लौटे इस युवक को क्वारेंटाइन किया गया था.4 मई की तड़के उसकी मौत हो गई | हेल्थ अफसरों की चिंता का सबब यह नहीं था कि मृतक कोविड पॉजीटिव है, बल्कि उसमें पाए गए | आंध्र म्यूटेंट ने सभी को झकझोर दिया. दरअसल कोरोना की दूसरी लहर के बीच आंध्र म्यूटेंट का नया स्ट्रेन मिलने से पहले ही चिंता बढ़ी हुई थी. इस वाइरस को लेकर दावा किया जा रहा है कि मौजूदा स्ट्रेन के मुकाबलेनयावेरिएंट कई गुना ज्यादा खतरनाक है.आंध्रस्ट्रेन आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में काफी तेजी से फैल रहा है. इसका असर अब बस्तर तक पहुंच चुका है. इस बात कोलेकर पूराबस्तरजिलाप्रशासन, स्वास्थ्य विभाग चिंतित है. सभी जिलों में हाई अलर्ट-संभाग के कमिश्नर, रेंज आईजी, सभी कलेक्टर और एसपी को हाई अलर्ट पर रहने कहा गया है.
हैदराबाद स्थित सेंटर फॉर सेलुलर एंड मालेकुलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) द्वारा सबसे पहले कुर्नूल में इसे खोजा गया। इस बीच छत्तीसगढ़ सरकार की नई गाइडलाइन में स्पष्ट कहा गया है कि आंध्रप्रदेश से कोरोना के नए स्ट्रेन के आने का पता चला है, जिसे काफी खतरनाक बताया जा रहा है। एपी वैरिएंट या एन-440के नाम के इस वैरिएंट के बारे में कहा जा रहा है कि यह भारतीय वैरिएंट बी-1.617 और बी-1.618 से भी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि यही वैरिएंट विशाखापट्टनम और राज्य के अन्य भागों में तबाही मचा रहा है। आंध्र के अलावा तेलंगाना, कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ भागों में यह मिला है। सीसीएमबी के वैज्ञानिकों के अनुसार एन-440 के दुनिया भर में घूम रहे ए2ए प्रोटोटाइप स्ट्रेन की तुलना में 10 गुना अधिक संक्रामक है। विभिन्न स्थानों से इकट्ठा किए गए नमूनों में 50% में एन-440 के वायरस ही था।