बालोद -जगन्नाथ साहू | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर मे देश के सभी वर्गों को सहयोग पहुंचाने के उद्देश्य से 20 लाख करोड़ रूपये के विशेष पैकेज की घोषणा करते हुए इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान का नाम दिया है.
इस योजना की विस्तारपूर्वक जानकारी केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह की उपस्थिति मे कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा कल घोषित बीस लाख करोड़ रुपए के पैकेज से आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में मदद मिलेगा. इस पैकेज को आत्मनिर्भर भारत अभियान का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी ने कल आत्मनिर्भर भारत की अपनी परिकल्पना की रूपरेखा देशवासियों के सामने प्रस्तुत की थी और भारतीयों को स्थानीय उत्पादों की खरीद के लिए प्रोत्साहित किया था। वित्त मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की यह परिकल्पना समाज के विभिन्न वर्गों के साथ विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई। श्रीमती सीतारामन ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत उत्पादन, श्रम, भूमि, वित्तीय तरलता और उद्योगों संबंधी कानूनों पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस उपायों से उद्यमियों के लिए भारत में कारोबार करना और आसान हो जाएगा। वित्त मंत्री ने कहा कि अभियान का उद्देश्य स्थानीय ब्रांड वाले उत्पादों को विश्व स्तर पर सामने लाना है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का अर्थ सारी दुनिया से अपने आप को अलग-थलग करना नहीं है।
वित्त मंत्री ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 15 उपायों की घोषणा की जिनमें से छह सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्यमों-एम.एस.एम.ई. से संबंधित हैं। एक महत्वपूर्ण कदम के तहत सूक्ष्म, लघु और माध्यम उद्यमों की परिभाषा में अमूल परिवर्तन किया गया है और उनमें निवेश तथा उनके वार्षिक कारोबार की सीमा भी बदल दी गई है। सेवा और विनिर्माण उद्यमों के अंतर को भी दूर कर दिया गया है। एक करोड़ रूपए तक की निवेश वाली इकाइयां अब एम.एस.एम.ई. के दायरे में आएंगी। वित्त मंत्री ने कहा कि संकट में फंसे एम.एस.एम.ई. के लिए बीस हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इन उद्यमों को तीन लाख करोड़ रूपए तक के ऋण बिना गारंटी के दिए जा सकेंगे। इस तरह की ऋण सहायता चार साल के लिए होगी और उद्यमी इसका फायदा 31 अक्टूबर तक उठा सकते हैं। पहले साल मूलधन और ब्याज नहीं चुकाना होगा। इस फैसले से 45 लाख उद्योगों को फायदा होगा। वित्त मंत्री ने एक अन्य महत्वपूर्ण घोषणा में एम.एस.एम.ई. को ई-मार्केट से जोडऩे का भी ऐलान किया।
केन्द्रीय वित्त मंत्री ने घोषणा की कि छोटे उद्यमों में हिस्सेदारी खरीदने के लिए पचास हजार करोड़ रूपए की विशेष निधि बनायी जाएगी। इसके अलावा आर्थिक विकास की संभावना वाले एम.एस.एम.ई. को पचास हजार करोड़ रूपए की सहायता भी दी जाएगी।
वित्त मंत्री ने श्रमिकों के कल्याण के भी कई उपायों की घोषणा करते हुए कहा कि इससे 72 लाख मजदूरों को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि ईपीएफ 12 प्रतिशत की बजाय दस प्रतिशत की दर से काटा जाएगा। 15 हजार रूपए मासिक से कम वेतन पाने वाले श्रमिकों का ईपीएफ सरकार अदा करेगी। इसके अलावा, बिजली वितरण कंपनियों को 90 हजार करोड रूपए की सहायता की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि इससे इन कंपनियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों- एन बी एफ सी के लिए आर्थिक पैकेज में तीस हजार करोड रूपए की सहायता की घोषणा की गई है।
सरकार ने कोविड-19 की वजह से अधूरी पड़ी रेलवे, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित परियोजनाओं को पूरा करने की अवधि छह महीने बढा दी है। इन छै महीनों मे ठेकेदार को बिना शर्त राहत मिलेगी तथा ठेकेदारों द्वारा दी गयी आंशिक सिक्योरिटी को भी वापस किया जायेगा जिससे ठेकेदारों को भी राहत मिलेगी
वित्त मंत्री ने आयकरदाताओं को राहत देते हुए वर्ष 2019-20 के आयकर रिटर्न भरने की तारीख 30 नवंबर तक बढ़ा दी है। विवाद से विश्वास योजना अंतर्गत अतिरिक्त राशि के भुगतान की तारीख 31 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित आत्मनिर्भर भारत अभियान योजना के तहत मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी लगातार प्रतिदिन देश के सामने प्रेस के माध्यम से जारी किया जायेगा भारतीय जनता पार्टी जिला बालोद के वरिष्ठ जनों व सभी कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जी के द्वारा जनता के हित मे इस इतिहास निर्णय का स्वागत किया जिसमें प्रमुख रुप से भाजपा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार, पूर्व जिला अध्यक्ष प्रीतम साहू, लेख राम साहू, महामंत्री देवेंद्र जयसवाल पूर्व विधायक कुमारी मदन साहू, वीरेंद्र साहू लाल महेंद्र टेकाम, होरीलाल रावटे, पवन साहू, यज्ञ दत्त शर्मा, छगन देशमुख, नंदकिशोर शर्मा, प्रतिभा चौधरी, सत्या साहू, सोमेश साहू, यादव राम साहू, मोहन जैन, नरेश यदु पालक ठाकुर बुधियारिन, कुमेटी, पुष्पा बघेल, राजू कुकरेजा, कुलदीप कत्याल,लक्ष्मी लुनिवाल, राकेश यादव, प्रेम साहू, कौशल साहू, रूपेश सिन्हा, सुरेश निर्मलकर, दुष्यंत सोनवानी, प्रणेश जैन, मनीष झा, टीनेश्वर बघेल, महेश पांडे, पुष्पेंद्र चंद्राकर, संध्या भारद्वाज, नीतीश यादव,कीर्तिका साहू, निर्मला हेमंत साहू, सोमेश सोरी, भीखी मासीय , किशोरी साहू, प्रेमलता साहू, प्रमोद जैन, ईसा प्रकाश साहू,कमलेश सोनी,सुरेन्द्र देशमुख, ठाकुरराम चंद्राकर, टोमन साहू, अमित चोपडा, लोकेश श्रीवास्तव, शरद ठाकुर,गिरजेश गुप्ता आदि कार्यकर्त्ता हैं