जगदलपुर। ढ़ाई वर्ष के कार्यकाल में पेशे से शिक्षक चंदन कश्यप जोकि वर्तमान में क्षेत्रीय विधायक हैं, उनकी पहल पर मुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री भूपेश बघेल तथा क्रेडा अध्यक्ष मिथिलेश स्वर्णकार की अनुशंसा पर बड़ी संख्या में अबुझमाड़ में सौर ऊर्जा से आधारित डियुल पंप से पेयजल आपूर्ति किया जा रहा है। इसी प्रकार विधुत व्यवस्था भी बहाल की जा रही है। सबसे बड़ी बात है कि अबूझमाड़ की बीहड़ता को भेदने देश-दुनिया के लिए अबुझ रहे इस क्षेत्र में सूचना संवाद बनाए रखने में अबूझमाड़िया भी हैलो-हाय कर सकेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप सौर ऊर्जा द्वारा संचालित फोन कलेक्टर सिंह ने ओरछा के प्रथम प्रवास के दौरान मोबाइल सेवा शुरू करने के निर्देश दिए थे,अब फोन की घंटी घनघनायेगी। ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी पंद्रह वर्षों तक छत्तीसगढ़ में राज किया और आदिवासी विकास विभाग का जिम्मा आदिवासी नेता व नारायणपुर विधायक केदार कश्यप को सौंपा गया किंतु वह इस विधानसभा क्षेत्र में दोनों हाथों से दोहन करते रहे। सर्वाधिक दिलचस्प बात है कि अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के चौथे अध्यक्ष बनकर डाक्टर रमन सिंह लगभग तेरह वर्ष तक जमें रहें किंतु बिजली,पानी व दूरसंचार जैसे जरुरतों को पूरा नहीं कर पाए।
क्रेडा एवं दूरसंचार विभाग द्वारा बस्तर के उत्तर पश्चिम में नारायणपुर, 15 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा दंतेवाड़ा और बीजापुर जिलो में फैले संयंत्र स्थापित कर इसका संचालन शुरू कर दिया गया है। क्रेडा विभाग द्वारा बस्तर संभाग में इस तरह का ऐसा पहला सौर संयंत्र स्थापित किया गया है। जिसमें एकल बी. टी. एस. टावर को सौर ऊर्जा संयंत्र से पूर्णतया डी.सी. विद्युत प्रणाली के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। संयंत्र में 48-48 वोल्टेज 1000 एएच की दो बैटरी बैंक सपोर्ट भी है, जो कि मास्टर कंट्रोल यूनिट के माध्यम से संबद्ध है।