(त्वरित टिप्पणी/अर्जुन झा)
जगदलपुर। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्थानीय संगठन के नेताओं की गलबहियां भाजपा के लोगों से है जिसके कारण कल की घटनाओं के बाद छिछालेदर हुईं है। गत दिवस संसदीय सचिव रेखचंद जैन के दफ्तर को( भाजपाईयों द्वारा घेरने को नई परंपरा बताकर शहर की जनता भाजपाईयों के चरित्र को कोस रहे थे तो दूसरी तरफ भाजपा के कार्य को कुछ लोगों द्वारा सही ठहराने से भी बाज नहीं आ रहें थे तो दूसरी तरफ भाजपा कार्यालय घेराव के मामले में कांग्रेसियों के प्रदर्शन के बीच भाजपाइयों द्वारा प्रतिकार करने की घटनाओं को भी गलबहियां से जोड़ा जा रहा है। दूसरी तरफ कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेसियों के काम के बदले भाजपाईयों के काम चुटकी में हो रहे हैं जिसके कारण कार्यकर्ताओं में जमकर नाराजगी भी देखने को मिल रहा है। कुल मिलाकर बस्तर में अब नई परंपरा का शुरूआत हो रहा है जोकि राजनीति की दृष्टि से ठीक ठाक नहीं है।
दोनों दलों के प्रमुख नेता पहुंचे थाने
कांग्रेस-भाजपा के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद दोनों पक्षों द्वारा पुलिस अधीक्षक से शिकायत दर्ज कराई गई है जिसके बाद अभी मामला थमने की बजाय और बढ़ने के आसार हैं जिसके चलते बस्तर की राजनीति फिजा गर्म रहने के आसार हैं।