खनिज विभाग की निष्क्रियता के कारण जिले में मुरुम का अवैध उत्खनन

0
156

ठेकेदारों को अवैध उत्खनन का मिला संरक्षण

ट्रांसपोर्टरों पर कार्रवाई कर अधिकारी के बने चहेते

जगदलपुर – खनिज विभाग को निष्क्रियता एवं बड़े ठेकेदारों को मिले संरक्षण के कारण जिले में जार है मुरूम का अवैध उत्खनन शासन के खजाने में जाने वाली रायल्टी राशि खनिज विभाग के अधिकारी के जेब में। दिखावे के लिए छोटे ट्रांसपोर्टरों पर कार्रवाई कर खनिज विभाग के अधिकारी अफसरों के आंखों में धुल झोंककर वाहवाही लूटने में लगे है।

ज्ञातव्य हो कि जिले में चले रहे मुरुम के अवैध उत्खनन के मामले में बस्तर कलेक्टर खनिज विभाग के अधिकारीको फटकार लगा चुके है और जिलेभर में चल रहे अवैध उत्खनन की जानकारी चाही गई थी जो उपलब्ध नहीं कराई जा सकी है।आज आलम यह है कि कई बड़े ठेकेदार खनिज विभाग के अधिकारियों से साठगाठ कर अवैध उत्खनन करने में जुटे है। विभाग को खबर लगने के बाद भी अनजान बने हुए है।

This image has an empty alt attribute; its file name is JHA-3.jpg

मुरूम उत्खन की नहीं ली अनुमतिः

जिले में कई स्थानों पर पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाय एवं अन्य विभाग के द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इन निर्माण कार्यों में लगने वाले मरूम उत्खनन के लिए खनिज विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य होता है लेकिन ऐसा नहीं किया गया है। ऐसा ही मामला बकावण्ड एवं बास्तानार विकासखंड में सामने आया है। आरआरपी 2 के तहत बकावण्ड करपावण्ड में करोड़ों की लागत से सड़क निर्माण का कार्य कराया जा रहा है वहीँ बास्तामार विकासखंड रायकोट कुरेंगा मार्ग पर सडक निर्माण कराया जा रहा है। इन दोनों मार्गों के निर्माण के लिए सैकड़ों ट्रक मुरुम का उत्खनन किया जा चका है। खनिज विभाग को इसकी भनक तक नही है जबकि नियमों के तहत उत्खनन के पूर्व खनिज विभाग की अनुमति लेना अनिवार्य होता है लेकिन खनिज विभाग से इसकी कोई अनुमति तक नहीं ली गई है।

This image has an empty alt attribute; its file name is MATH1-2.jpg

अफसरों को खुश करने ट्रांसपोर्टरों पर कार्रवाईः

खनिज विभाग अक्सर गिट्टी एवं रेत के परिवहन करने वाले ट्रांसपोर्टरों पर कार्रवाई कर अफसरों की नजरों में अच्छा बनने का प्रयास करते है लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी उन स्थानों पर दविश नहीं देते जहां से अवैध उत्खनन किया गया है। उन स्थानों पर कारवाई को लेकर साहस नहीं जुटा पाते जिसका मुख्य कारण कमीशन का खेल है। यही हालत मुरूम उत्खनन की है। सामान्य व्यक्ति के उत्खनन की शिकायत मिलने पर दल-बल के साथ कार्रवाई करने पहुंच जाते है लेकिन जब बड़े ठेकेदारों पर कार्रवाई की बारी आती है तो विभाग पंगु बन जाता है।

अवैध उत्खनन करने वालों पर होगी कार्रवाई:

बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि अवैध उत्खनन मामले की जांच करा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।