जगदलपुर । छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदेश के चिकित्सकों को ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करने एवं उन्हें इसके एवज में प्रोत्साहन भत्ता की राशि दिये जाने का निर्णय लिया गया था। प्रदेश के नवोदित चिकित्सक भी मेडिकल कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूर्ण कर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवा देने अति उत्सुकता के साथ लोगों के बीच में जाने लगे। लेकिन पिछले वर्ष से कोरोना संक्रमण के दौरान बस्तर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के धूर नक्सल इलाकों में पदस्थ कुछ ऐसे चिकित्सक भी हैं जिन्होंने इस संक्रमण काल में अपनी सेवा भावना से सभी का दिल जीता है। शासन के आदेश का पूर्ण पालन करते हुए इन्होंने कोविड काल में लगातार अपनी सेवा देकर ग्रामीण अथवा शहरी कोविड से संक्रमित मरीजों की जान बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लेकिन इसके बावजूद भी ऐसे चिकित्सकों की जिला प्रशासन द्वारा उपेक्षा कर विगत कई माह से इनको दिए जाने वाले विशेष प्रोत्साहन राशि सीआरएमसी विभाग द्वारा रोक रखी है।
दरभा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डॉ. एस.एस. राज जो एनिस्थिसिया विशेषज्ञ के रूप में पदस्थ हैं इन्होंने कोविड काल के दौरान उन्होंने कलेक्टर बस्तर के आदेश पर पूरे 10 माह 43 से ज्यादा कोविड एवं नान कोविड संक्रमित गर्भवती महिलाओं का सफल प्रसव एवं ऑपरेशन में अपनी एनिस्थिसिया विशेषज्ञ के रूप में भूमिका निभाई है। डॉ. राज के द्वारा मेकाज के कोविड वार्ड में भी अपनी ड्यूटी निभाते दो बार कोविड से संक्रमित हुए लेकिन उन्होंने बिना अवकाश लिए लगातार कोविड मरीजों की सेवा पर ध्यान दिया।
जानकारी के अनुसार डॉ. राज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दरभा में पदस्थ हैं जिन्होंने प्रदेश में एनिस्थिसिया प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण काल में अव्वल स्थान प्राप्त किया था। डॉ. एस.एस. राज (एल.एस.ए.एस.) अभी वर्तमान में दरभा स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ होकर धूर ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी सेवाएं ग्रामीणों के बीच देते आ रहे हैं। कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं के ऑपरेशन में एनिस्थिसिया का उपयोग में उनकी जीवन की रक्षा करने वाले ऐसे योग्य चिकित्सक की सेवा को नजरअंदाज कर उनकी प्रोत्साहन राशि को 10 माह से रोके रखना ऐसे चिकित्सकों के मनोबल को गिराने जैसी बात है। बस्तर जिले के प्रबुद्ध बुद्धजीवी एवं चिकित्सा के अलावा अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों से जूड़े लोगों ने छत्तीसगढ़ शासन के स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से अपील की है कि ऐसे चिकित्सक जो अपनी जान की परवाह किये बिना धूर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण काल के दौरान बिना अवकाश के सेवाएं देते आएं है ऐसे चिकित्सकों की विशेष प्रोत्साहन राशि तत्काल ससम्मान पूर्वक जारी किया जाए।