दल्लीराजहरा । शहीद अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा लापरवाही से मरीज की मौत की जाँच कराकर कार्यवाही करने की मांग मृतिका के पुत्र संतोष कोशी ने अनुविभागीय दंडाधिकारी को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर की है । इसके साथ ही उन्होंने शिकायत की प्रतिलिपि जिला चिकित्सा अधिकारी बालोद व ब्लाक मेडिकल ऑफिसर डौंडी को भेजी हैं ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 26 अगस्त को वार्ड 27 निवासी ओमना कोशी, उम्र 62 वर्ष का स्वास्थ खराब होने पर उपचार हेतु निजी अस्पताल में ले जाया गया किन्तु वहाँ डॉक्टरों की सुविधा नहीं होने के कारण उन्हे तत्काल निजी अस्पताल से आक्सीजन लगाकर शहीद अस्पताल में ले गये। शहीद अस्पताल में नीचे की मंजिल में बेड खाली नहीं होने के कारण मरीज को लिफ्ट के सहारे दूसरी मंजिल में ले जाया गया, दूसरी मंजिल के वार्ड में ले जाने के पूर्व अस्पताल के चिकित्सकों द्वारा मरीज का प्राथमिक उपचार करने के दौरान लगभग आधा घण्टे तक मरीज की स्थिति सामान्य थी, लेकिन लिफ्ट में ले जाते समय उनकी हालत और ज्यादा बिगड़ गई और कुछ देर पश्चात मरीज की मौत हो गई । डॉक्टरों ने मरीज को जब लिफ्ट से ले जा रहे थे उस समय ऑक्सीजन नहीं लगाया गया था । अस्पताल में वेन्टीलेटर लगाने से पहले ही मरीज की मौत हो चुकी थी | लिफ्ट से दूसरी मंजिल के वार्ड तक ले जाने के बीच में ही मरीज की हालत बिगड़ गई जिसके कारण महिला की मौत हुई |
यदि सही समय पर मरीज को उपचार मिल जाता तो संभवतः महिला को जान नहीं गवांना पड़ता। मृतिका के पुत्र संतोष कोशी ने कहा कि अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा इस प्रकार मरीज के साथ किये गये लापरवाही के कारण उनकी माँ की जान गई, जिसकी जाँच करायी जाये तथा दोषी स्टाफ पर उचित कार्यवाही की जावे ।