एक बचेली थाना क्षेत्र में हुई दुर्घटनाग्रस्त दूसरी परपा थाना क्षेत्र में शिफ्टर लोड कर खड़ी
जगदलपुर। एक ही नंबर की दो गाड़ियां लंबे समय से सड़क पर दौड़ रही है परिवहन विभाग को खबर तक नहीं जो रोजाना हाईवे पर वाहनों की जांच के लिए तैनात रहा करते है। ट्रक क्रमांक केए 01 एबी 8112 जो बुधवार की रात भांसी थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुई है वहीं उसी नंबर की दूसरी ट्रक शिफ्टर लोड कर परपा थाना क्षेत्र के शंकर गैरेज में सप्ताह दिन से खड़ी है। खबर है कि उक्त मालिक की कई ट्रक है जो एक का दस्तावेज अपडेट कर कई गाड़ी उसी नबर की सड़क पर दौड़ रही है।
ज्ञातव्य है कि परपा थाना क्षेत्र के एक गैरेज में छोटी बड़ी वाहनों की रिपेयरिंग का कार्य किया जाता है। कई ऐसी वाहन है जो आगजनी की घटना एवं दुर्घटना होने पर रिपेयरिंग के लिए लाई जाती है। ऐसी भी खबर है कि उक्त गैरेज में वाहनों की खरीदी बिक्री भी की जाती है।
एक ही नंबर के दो ट्रक
जानकारी के अनुसार केए 01 एबी 8112 जो दंतेवाड़ा जिले के भांसी थाना क्षेत्र के गामावाड़ा के पास बुधवार की रात अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हुई थी उक्त ट्रक जो शिफ्टर लेकर जगदलपुर की ओर आ रही थी जिसे नंबर का ट्रक भांसी थाना क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुई है उसी नंबर की टाटा कंपनी का ट्रक परपा थाना क्षेत्र के शंकर गैरेज में विगत एक सप्ताह से शिफ्टर लोडकर खड़ी है।
दुर्घटनाग्रस्त वाहन गैरेज पहुंचा
भांसी थाना प्रभारी ने बताया कि वाहन क्रमांक केए 01 एबी 8112 नंबर की ट्रक जो बुधवार की रात दुर्घटनाग्रस्त हुई थी उक्त वाहन को वाहन मालिक आशीष अग्रवाल लेने गुरुवार की शाम आया था। उक्त वाहन मालिक द्वारा थाने को यह जानकारी दी गई कि दुर्घटना में किसी व्यक्ति को चोट नी आई है। मालिक के इस बयान के आधार पर थाना प्रभारी द्वारा ट्रक उक्त दुर्घटनाग्रस्त वाहन को रात्रि बजे छोड़ दिया गया। उक्त दुर्घटनाग्रस्त वाहन जो अब परपा थाना क्षेत्र के शंकर गैरेज पहुंच चुका है। उसी गैरेज में उसी नंबर की दूसरी गाड़ी भी मौजूद है।
नंबर छिपाने का प्रयास
दुर्घटनाग्रस्त वाहन में लिखे गये नंबर को घिसकर नंबर को छिपाने का काम किया गया है। जब घटना हुई तब वाहन का नंबर स्पष्ट था लेकिन गैरेज पहुंचने के बाद नंबर को घिसकर मिटाने का प्रयास किया गया है।
आरटीओ विभाग बेखबर
परिवहन विभाग के उड़नदस्ता दल धमतरी से लेकर जगदलपुर और जगदलपुर से लेकर कोटा,बचेली, किरंदुल,बीजापुर मार्ग पर आए दिन सड़क के किनारे वाहन की जांच पड़ताल की जाती है लेकिन विभाग को ऐसे वाहन पर नजर तक जाती। विभाग के द्वारा हाईवे पर वाहन चेकिंग के नाम पर वसूली मात्र की जाती है जिसका कमीशन राजधानी तक पहुंचाया जाता है। विभाग को इस मामले की सूचना मिलने के 12 घंटे बाद भी विभाग के एक भी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी नहीं पहुंची। विभाग की ऐसी उदासिनता से इनकी कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न उठ रहा है कही विभाग की संलिप्तता तो नहीं।
उचित कार्रवाई की जायेगी
एसपी बस्तर पलिस अधीक्षक श्री मीण ने बतय कि मुखबिर से मुझे सूचना प्राप्त हुई है टीम भेजकर मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में एक ही नंबर की दो गाड़िया पई गई तो टोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।