इतवारिन बाई का ख्वाब हुआ साकार, बना खुद का पक्का आशियाना, पक्का आवास मिलने से जिले के 441 हितग्राहियों का सपना हुआ पूरा

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डॉ एस वली आज़ाद – नारायणपुर 17 सितम्बर 2021

मनुष्य की मूलभूत आवश्यकताओं में रोटी, कपड़ा और मकान को गिना जाता है। हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका स्वयं का एक सर्व सुविधा युक्त मकान हो, लेकिन विभिन्न परिस्थितियों के कारण बहुत से लोग स्वयं का मकान नहीं बना पाते हैं या उन्हें बनाने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। रोटी, कपड़ा और मकान किसी भी व्यक्ति के सबसे जरूरी आवश्यकता मानी जाती है। आज के समय में गरीब आदमी मेहनत मसक्कत के साथ रोटी और कपड़ा की व्यवस्था तो कर लेता पर मकान की व्यवस्था कर पाना कठिन होता है। ऐसे लोगों को शासन-प्रशासन से सहयोग की उम्मीद होती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में प्रदेश के साथ-साथ जिले की प्रशासनिक टीम भी लोगों की इन उम्मीदों को पूरा करने के लिये समर्पित होकर कार्य कर रही है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा है कि प्रदेश का हर व्यक्ति सुखी हो, संपन्न हो, उसे किसी प्रकार की परेशानी न हो। लोगों के आवास की समस्या को लेकर वे संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रहे हैं। राज्य शासन के निर्देशानुसार कलेक्टर श्री पी एस एल्मा के निर्देशन एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी, नगर पालिका नारायणपुर के मार्गदर्शन में जिले में आवासहीनों के आवास तेजी से बनाये जा रहे हैं। इसी का परिणाम है कि नगर पालिका क्षेत्र नारायणपुर के अंतर्गत 543 स्वीकृत मकान में से 441 हितग्राहियों को पक्का मकान उपलब्ध करवाया गया है। सरकार ने गरीबों की इस समस्या को अच्छी तरह समझा है और लोगों को पक्के मकान की व्यवस्था करने का कार्य कर रही है। मोर जमीन मोर मकान योजनांतर्गत जिनके पास पक्का मकान नहीं उन्हें पक्का मकान उपलब्ध करा रही है।

नारायणपुर नगर पालिका क्षेत्र के महावीर चौक वार्ड क्रमांक 8 में रहने वाली श्रीमती इतवारिन बाई का सपना था कि उनका पक्का मकान हो। मोर जमीन मोर मकान अंतर्गत श्रीमती इतवारिन का पक्के मकान का सपना पूरा हो गया है। बता दें कि शहर क्षेत्रों के परिवार को पक्के आवाास उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मोर जमीन-मोर मकान योजना लागू की गयी है। इस योजना का लक्ष्य शहरी क्षेत्र में रहने वाले कमजोर आय वर्ग एवं आवासहीन परिवार को मूलभूत सुविधाओं सहित पक्का आवास उपलब्ध कराना है। प्रदेश में यह योजना सभी नगरीय निकायों में क्रियान्वित है। इस योजना के तहत् हितग्राहियों को सरकार द्वारा 2 लाख 28 हजार रूपये तक अंशदान दिया जाता है। जिसमें हितग्राही अपनी सुविधानुसार और राशि लगाकर अपने पक्के मकान का निर्माण कर सकता है।