(अर्जुन झा)
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ की आंचलिक राजनीति के लिहाज से देखा जाए तो बस्तर के कांग्रेस विधायक विकास के मुद्दों के साथ ही सियासी मोर्चे पर पूरी तरह एकजुट हैं। मुख्य्मंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप बस्तर के सभी विधायक बस्तर के सर्वांगीण विकास के लिए मिलजुल कर काम कर रहे हैं। यहां किसी भी तरह का कोई मतभेद नहीं है। सामाजिक एकता और अंचल के विकास को ही सम्पूर्ण प्राथमिकता दी जा रही है। बस्तर सांसद दीपक बैज के साथ मिलकर बस्तर अंचल के विधायक क्षेत्र की तस्वीर और तकदीर बदलने में जुटे हुए हैं। बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री और दिग्गज आदिवासी नेता कवासी लखमा का मार्गदर्शन अंचल के विधायकों को मिल रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी नेताम का साथ बस्तर की कांग्रेसी एकता को चार चांद लगा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बस्तर अंचल के कोंडागांव से विधायक हैं तो महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद हैं। बस्तर लोकसभा सीट पर भाजपा को पटकनी देकर अपनी लोकप्रियता का लोहा मनवा चुके दीपक बैज दो मोर्चों पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक दीपक की भूमिका निभा रहे हैं। बस्तर के तीनों प्रक्षेत्रों से कांग्रेस के इकलौते लोकसभा सांसद की हैसियत से दीपक बैज पर यह नैतिक जिम्मेदारी है कि वे बस्तर के विकास के लिए दिल्ली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भावना के अनुरूप सक्रियता से मुखर रहते हुए बस्तर अंचल के सभी कांग्रेसी जनप्रतिनिधियों को एक सूत्र में बांधे रखें। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पास 90 में से 70 विधायक हैं तो बस्तर की सभी बारह सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है किंतु राज्य की 11 लोकसभा सीटों में से सिर्फ 02 सीटों पर कांग्रेस जीत हासिल कर सकी। इनमें से एक सीट पर दीपक बैज ने कांग्रेस का हाथ ऊंचा किया है तो राज्य की जनता को उनसे काफी उम्मीद है। खासतौर पर बस्तर के विकास और समस्याओं के समाधान के मामले में दीपक बैज उम्मीद का दीया दिखाई देते हैं। वे दिल्ली में छत्तीसगढ़ के हक की आवाज बुलंद करते हैं और उनका ओजस्वी अंदाज आकर्षण का केंद्र बनता है। राज्य कांग्रेस की ओर से संसद में उनकी तथ्यपरक गर्जना से बस्तर अभिभूत है।
नगरनार प्लांट से लेकर दल्ली बस्तर रेल मार्ग सहित तमाम मुद्दों के साथ ही राज्य के किसानों के हित में जूझने वाले दीपक बैज दिल्ली में जितने सक्रिय हैं, उतने ही मुस्तैद अपनी बस्तर भूमि में कांग्रेस की एकजुटता के प्रयासों के प्रति भी हैं। जिसका नतीजा यह है कि जब कांग्रेस की आंतरिक खींचतान सुर्खियों में है, तब बस्तर कांग्रेस की एकता का आदर्श प्रस्तुत कर रहा है। प्रदेश में कांग्रेस के तथाकथित संग्राम की खबरों के बीच अब छत्तीसगढ़ के 13 विधायक फिर दिल्ली पहुंचे हैं। कहा जा रहा है कि सरगुजा अंचल से विधायक बृहस्पत सिंह इन विधायकों की अगुवाई कर रहे हैं। ये वही विधायक हैं जिनके आरोप से मानसून सत्र के दौरान कांग्रेस में असहज स्थिति उत्पन्न हो गई थी। बताया जा रहा है कि बृहस्पत सिंह का तर्क है कि किसी एक व्यक्ति को खुश करने के लिए कांग्रेस के 70 विधायकों का भविष्य दांव पर नहीं लगाया जा सकता। सरगुजा अंचल से पार्टी विधायकों की दिल्ली दौड़ के सियासी मायने समझे जा सकते हैं लेकिन इस दौर में बस्तर के विधायक पूरी तरह एकजुट और बेफिक्र हैं तो कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सांसद दीपक बैज, मंत्री कवासी लखमा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलो देवी सहित सभी बस्तरिया विधायकों की एकजुटता अलग ही रंगत दिखा रही है।