- पहाड़ों की गोद में बसा गांव कोरगाली भी जुड़ेगा सड़क से
- सांसद दीपक बैज और विधायक राजमन बेंजाम ने किया भूमिपूजन
- उबड़ खाबड़ जंगलों, मैदान और पहाड़ों को पैदल पार कर दूसरे गांवों तक जा पाते हैं ग्रामीण
लोहंडीगुड़ा चारों तरफ से पहाड़ों और जंगलों से घिरे गांव कोरगाली के ग्रामीणों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इस गांव को भी अन्य गांवों की तरह सड़क की सुविधा कभी मिल पाएगी। छत्तीसगढ़ में डेढ़ दशक तक सत्ता सुख भोगती रही भाजपा की सरकार ने इस गांव को उपेक्षित ही रखा। अब ग्रामीणों के दर्द को दूर करने की पहल कांग्रेस सरकार, बस्तर के सांसद दीपक बैज और चित्रकोट के विधायक राजमन बेंजाम ने की है। इनके समवेत प्रयासों से कोरगाली तक सड़क निर्माण की स्वीकृति मिल गई है। किसी तरह कोरगाली पहुंचकर सांसद बैज और विधायक बेंजाम ने सड़क निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। बस्तर संभाग में ऐसे दर्जनों गांव हैं, जो ऊंचे – ऊंचे पहाड़ों और घने जंगलों से घिरे हुए हैं। इन गांवों तक विकास का उजियारा आजादी के सात दशक बाद भी नहीं पहुंच पाया है।
संभाग के बास्तानार विकासखंड में स्थित कोरगाली और वाहनपुर गांव भी इन्हीं अभागे गांवों की सूची में शामिल हैं। नेता और जनप्रतिनिधि चुनावों के दौरान कभी कभार इन दोनों गांवों में पहुंचते थे, वह भी वोट की लालसा के साथ। अन्यथा ये नेता तो कोरगाली और वाहनपुर की तरफ नजरें उठाकर देखना तक पसंद नहीं करते थे। क्योंकि कोरगाली की डगर आसान जो नहीं है। ये अलग बात है कि नेताओं को सत्ता तक पहुंचाने के लिए यहां के मतदाता उनकी राह जरूर आसान बना देते हैं। राज्य में लगातार 15 साल तक सत्ता सुख भोगने वाली भाजपा ने यहां ग्रामीणों के दुख को कभी महसूस ही नहीं किया। भाजपा अब तक कोरगाली और वाहनपुर को वोट बैंक के रूप में ही इस्तेमाल करती आ रही थी। ग्रामीणों को ब्लॉक, तहसील व जिला मुख्यालय तथा ईलाज या प्रसव के लिए अस्पतालों तक पहुंचने के लिए पथरीले और उबड़ खाबड़ जंगल व पहाड़ों को पार कर कई किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। तब कहीं जाकर उन्हें यात्री वाहन की सुविधा मिल पाती है। बीमार परिजनों और प्रसव पीड़ा से बेहाल हो रही महिलाओं को विकासखंड मुख्यालय स्थित चिकित्सालय पहुंचाने में जो त्रासदी यहां के ग्रामीणों को भोगनी पड़ती है, उसे शब्दों में बयां कर पाना उतनी ही मुश्किल है, जितनी कि कोरगाली तक पहुंच पाना। जाहिर जिस गांव ने सड़क तक की सुविधा नहीं है, वहां तक बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा जैसी बुनियादी सुविधाएं कैसे पहुंच पाएंगी। जब ग्रामीणों की इस त्रासदी की खबर सांसद दीपक बैज और विधायक राजमन बेंजाम को लगी, तब उन्होंने शासन स्तर पर पहल कर कोरगाली और वाहनपुर को सड़क मार्ग से जोड़ने की पहल की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने सड़क निर्माण की मंजूरी दे दी। इसके बाद सांसद बैज और विधायक बेंजाम ने रविवार को कोरगाली पहुंचकर सड़क निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि श्री बैज और श्री बेंजाम के वाहन हिचकोले खाते हुए बड़ी मुश्किल से कोरगाली तक पहुंच पाए।सांसद दीपक बैज व विधायक राजमन बेंजाम बास्तनार ब्लाक में सघन जनसंपर्क करते हुए कोरगाली गांव पहुंचे थे। भूमिपूजन के बाद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए श्री बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 15 साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार रहने के बाद भी इस गांव में न कोई सांसद न कोई विधायक पहुंच पाया। कोरगाली के ग्रामीण उबड़ खाबड़ मैदानों, जंगल और पहाड़ों को पैदल पार कर भाजपा के जनप्रतिनिधियों तक अपनी समस्या पहुंचाते रहे, सड़क की मांग करते रहे लेकिन भाजपा ने हमेशा कोरगाली और वाहनपुर को अपने वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया और हमेशा वहां से वोट लेते रहे। सड़क तक नहीं बना पाए यह बड़े ही दुख की बात है। सांसद श्री बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर मैंने और आपके विधायक राजमन बेंजाम ने सड़क के लिए 4 करोड़ 34 लाख रु. की राशि स्वीकृति दिलाई है।अब कोरगाली भी सड़क से जुड़ जाएगा और यहां पानी, स्वास्थ, शिक्षा की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। सड़क बन जाने से गांव के एवम अंतिम घर तक एंबुलेंस सेवा पहुंच पाएगी। दोनों नेताओं ने भाजपा पर जमकर प्रहार करते हुए उससे सावधान रहने की अपील ग्रामीणों से की।
खुशी से झूमते रहे कोरगाली के ग्रामीण