बालोद – जगन्नाथ साहू | जिले के अधिकांश क्षेत्रों मे पावर कट की समस्या कुछ ज्यादा है जिससे किसान और आमनागरिक परेशान है। करहीभदर से दिये जाने वाले विधुत सप्लाई पर ज्यादा तर बंद चालू का खेल खेलते रहते है। दिन के बारह घंटे मे चौबीस से ज्यादा बार यह खेल चलता है। कभी दस मिनट कभी आधा घंटा या एक घंटा पावर कट किया जाता है।
जिससे किसान के साथ साथ आम नागरिक भी इस तरह के हरकतों से परेशान है। बहुत से काम इससे प्रभावित होता है। किसानो को अभी बोर लाईन की दिन रात जरूरत है।
किसानो का माँग है की उन्हें वर्तमान मे चल रहें बिजली की समस्या का तुरंत ही निदान किया जाए तथा सरकार द्वारा जो बिजली आपूर्ति का समय है उसको परिवर्तन कर वर्तमान समय किसानो की समस्या को देखते हुए चौबीस घंटे बिजली दिया जाए।
जिसके कारण किसानो के फसलों को बचाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों मे बिजली की समस्या बेमौसम ही रहता है मौसम खराब नहीं रहता है पर यह बिजली गुल का समस्या हमेशा रहता है। आखिरकार ग्रामीणों क्षेत्रों के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार विद्युत विभाग द्वारा क्यों किया जाता है। लोगो को अपने घर मे उपयोग होने वाले इलेक्ट्रॉनिक सामान ख़राब ना हो जाए इसका डर इस पावर कट की समस्या से सताने लगा है। वहीं जरूरत के समय रात मे भी खाना पकाने, खाने, और सोने के समय भी यह लापरवाही विद्युत विभाग द्वारा किया जाता है।
ग्रामीण जन इस समस्या से आक्रोशित है।
वनांचल क्षेत्रों में यह समस्या जोरों पर है
सांकरा बंगाल, मटिया, धरमपुरा, नर्रा,नारागाँव, बरही, कांडे, गोड़पाल, बेलोदा, मंगलतराई आदि गाँव इस समस्या से प्रभावित है।
विद्युत विभाग की लापरवाही का खामियाजा आखिरकार कब तक आम नागरिकों को चुकाना पड़ेगा।