(अर्जुन झा)
जगदलपुर। रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुओं की आसमान छूती कीमतों का हर वर्ग पर गहरा असर पड़ रहा है। खास हो या आम, हर किसी को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आज स्थानीय विधायक औऱ संसदीय सचिव रेख चंद जैन भी उस समय इससे रूबरू हुए जब वे अपनी पत्नी के साथ सब्जी खरीदने संजय बाज़ार पहुंचे। उनकी पत्नी साग सब्जी खरीद रही थीं, तब संसदीय सचिव रेखचंद जैन आलू प्याज भटा टमाटर से लेकर हर प्रकार की सब्जी की बेतहाशा बढ़ी कीमतों को सुनकर हैरान थे। उन्होंने जब इन कीमतों को लेकर कहा कि इतनी महंगी सब्जी कैसे बेच रहे हैं तो एक सब्जी वाली खुद को रोक नहीं पाई और संसदीय सचिव के सामने अपनी पीड़ा उड़ेल दी कि यह सब डीजल पेट्रोल की माया है। हर चीज के दाम हवा में उछल रहे हैं। लागत और परिवहन खर्च बढ़ने से हमको भी महंगी सब्जी मिल रही है तो सस्ती कैसे बेचें। हालत यह है कि जिस दाम पर हम खरीद रहे हैं, उसी लगभग दाम पर बेचने पर भी खरीदार बिचक रहे हैं। पहले दिन भर सब्जी बेचने पर इतना मिल जाता था कि घर परिवार का खर्चा निकल जाय। लोगों को भी कम दाम पर सब्जी मिल जाती थी। जब से पेट्रोल डीजल के दाम में हर रोज उछाल आ रहा है, तब से सब्जी भी हर किसी की पहुंच में नहीं रही। महंगाई की वजह से सब्जी कम बिक रही है और हमारा गुजारा मुश्किल हो गया है। संसदीय सचिव रेखचंद जैन सोच में पड़ गए कि यह सब्जी वाली ठीक ही कह रही है। जब केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार थी तो आज से आधी कीमत पर डीजल पेट्रोल मिल रहा था। महंगाई कंट्रोल में थी। हर चीज तक लोगों की आसान पहुंच थी लेकिन आज जो देश की सत्ता पर काबिज हैं, वे उस समय आसमान सिर पर उठाए कहते थे कि महंगाई डायन खाए जात है! आज यही डायन इनकी संगिनी बन गई है!