धनतेरस का दिन भगवान धन्वंतरि को समर्पित होता है। इस दिन खरीदारी करना शुभ माना जाता है, कहा जाता है कि इस दिन खरीदारी करने से भगवान की कृपा होता है और पूरे साल घर में बरकत रहती है। आज धनतेरस का पर्व है। यह हर साल कार्तिक माह के कृष्ण त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है। धनतेरस का त्योहार पांच दिनों तक चलने वाले शुभ दीपावली का पहला दिन होता है। इसे दिवाली से 2 दिन पहले मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान धन्वंतरि समुद्र मंथन के दौरान सोने का घड़ा लेकर प्रगट हुए थे, इसलिए इस तिथि पर इनका प्रागट्य पर्व मनाया जाता है। धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतिर के अलावा भगवान कुबेर और माता लक्ष्मी की पूजा होती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन खरीदारी करना बहुत ही शुभ होता है। इस कारण से वर्षों से धनतेरस के मौके पर सोना-चांदी के अभूषण, बर्तन, घरों में प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं, कार, मोटर साइकिल और जमीन-मकान के सौदे तय किए जाते हैं। माना जाता है धनतेरस पर जो भी चीजें घर खरीदकार लाई जाती है उसमें सालभर तेरह गुना की बढ़ोतरी होती है।
धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त
02 नवंबर को शुभ धनतेरस का त्योहार है। इस दिन सोना-चांदी के आभूषण खरीदने के लिए शाम 06 बजकर 20 मिनट से लेकर 08 बजकर 11 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा अगर सुबह के मुहूर्त पर विचार किया जाए तो सुबह 11 बजकर 30 मिनट से खरीदारी कर सकते हैं। लेकिन 02 नवंबर को राहुकाल के समय धनतेरस पर शुभ खरीदारी से बचें।
धनतेरस पर क्या खरीदें और क्या नहीं
धनतेरस के दिन खरीदारी का महत्व होता है। इस दिन सोना, चांदी, पीतल की चीजें और झाड़ू खरीदना शुभ माना गया है। लेकिन धनतेरस पर ऐसी चीजें भूलकर भी न खरीदें जैसे- काले रंग की वस्तुएं, कांच, एल्युमीनियम और लोहे से बनी चीजें नहीं खरीदना चाहिए।