सैकड़ों पेड़ों पर रोज चल रही कुल्हाड़ी
रेंज अफसर क्षेत्र में भ्रमण के बजाय मुख्यालय की लगा रहे दौड़
जगदलपुर – बस्तर डिविजन के करपावण्ड रेंज के वन परिक्षेत्र अधिकारी काफी खींचातानी के बाद उक्त रेंज में कब्जा जमाने में सफल तो हुए लेकिन अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने एवं कर्मचारियों के बीच तालमेल स्थापित करने में नाकाम साबित हो रहे है जिसका यह परिणाम है कि रेंज अफसर की उदासिनता के कारण करपावण्ड रेंज में वनों की कटाई को रोकने में नाकाम साबित हो रहे है। ऐसा ही एक मामला चितरंगी नाला के समीप का आया है जहां सैकड़ों कीमती पेड़ों की गडलिंग कर अतिक्रमण की तैयारी की गई है और वन विभाग बेखबर बना हुआ है। यह रेंजर के पाथरी बीट का मामला बताया जा रहा है।
ज्ञातव्य हो कि शासन जहां जंगलों को बचाने एवं प्रतिवर्ष वृक्षारोपण के नाम पर लाखों खर्च कर रही है लेकिन कुछ विभाग के अधिकारी की उदासिनता के कारण जंगलों की कटाई पर विराम नहीं लग पा रहा है। ऐसा ही मामला करपावण्ड रेंज का है जहां रोजाना दर्जनों पेड़ों पर कुल्हाड़ी चल रही है और जंगल के रखवालों को खबर तक नहीं।
गडलिंग कर अतिक्रमण की तैयारीः करपावण्ड रेंज के पाथरी बीट में चितरंगी नाला के समीप दर्जनों पेड़ों को गडलिंग कर सूखाने का प्रयास किया गया है। यहां पर ऐसे दर्जनों फलदार पेड़ एवं बड़े साल के पेड़ों को गडलिंग किया गया। ऐसे पेड़ों को गडलिंग कर सूखा दिया जाता है बाद में इसे ग्रामीण काटकर उक्त वन भूमि में अतिक्रमण करते है। अतिक्रमण को बढ़ावा दे में वन विभाग के कर्मचारियों की भी संलिप्तता होती है। गडलिंग सिर्फ करपावण्ड रेंज ही नहीं पूरे बस्तर डिविजनन में धड़ल्ले से चल रही है और विभाग इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहा है।
रेंज अफसर की मुख्यालय दौड़ :
शासन के द्वारा सभी रेंज अफसर को उक्त परिक्षेत्र में रहने के लिए आवास एवं वाहन की व्यवस्था कराई गई है लेकिन करपावण्ड रेंज अफसर डिविजन मुख्यालय से ही परिक्षेत्र का दौड़ लगा रहे है। बताया जा रहा है कि जितना डीजल खर्च अपने रेंज के इलाको में भ्रमण कर जंगलों की रक्षा करने में खर्च होता है उतनी राशि करपावण्ड से जगदलपुर आने जाने में फिजूल खर्च किया जा रहा है। अपने पदस्थ क्षेत्र में न रहने के कारण इलाके का भी भ्रमण नहीं कर पा रहे है जिसका फायदा लकड़ी तस्कर उठा रहे है। गडलिंग के संबंध में जब रेंज अफसर से दूरभाष से जानने का प्रयास किया गया तो साहब के मोबाईल की घंटी बजती रही लेकिन सहब फोन रिसीव तक नहीं किया।