संविदा स्वास्थ्य कर्मियों का निष्कासन बस्तर के स्वास्थ्य सुविधाओं के हितों के साथ खिलवाड़
भाजपा का प्रतिनिधिमंडल संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के हितों के लिए मिलेगा बस्तर कमिश्नर से
बस्तर जिला संविदा स्वास्थ्य कर्मी संघ के द्वारा दिए जा रहे धरने में आज भाजपा प्रतिनिधिमंडल समर्थन देने पहुंचा ! बस्तर के विशाल भूभाग में एकमात्र मेडिकल कॉलेज जो स्वास्थ्य सुविधाएं गरीबों के लिए लाइफ लाइन के रूप में जानी जाती है, इसमें अपनी सेवाएं दे रहे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी इसके साथ ही साथ जिले का महारानी अस्पताल और जिले भर के सीएससी/ पीएचसी हॉस्पिटल मैं सेवाएं दे रहे स्वास्थ्य कर्मी जिसमें लैब टेक्नीशियन डायलिसिस टेक्निशियन नर्स वार्ड बॉय आया जैसे 600 से अधिक कर्मचारियों को निकाल बाहर किया गया ! 600 कर्मचारियों के सेवा मुक्त करने से बस्तर जिले की स्वास्थ्य सेवाएं लड़खड़ा गई है बस्तर मैं गरीब आमजन अपने इलाज के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं महारानी अस्पताल मैं जहां कुछ दिनों पूर्व,- पूरी बिस्तरे भरी रहती थी आज सारे बेड खाली हैं महारानी अस्पताल में स्वास्थ्य सुविधाओं के नाम पर सिर्फ रेफर ही किया जा रहा है जिससे बस्तर की जनता में अपने स्वास्थ्य के लिए भय का वातावरण बनता जा रहा है धरने का समर्थन करते हुए और संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की जायज मांगों का समर्थन करते हुए रामाश्रय सिंह जिला महामंत्री ने कहा की हम आपकी बात बस्तर कमिश्नर के पास रखेंगे और आपकी मांग पूरी नहीं होती है तो हम अपने नेताओं के माध्यम से विधानसभा में भी आपकी आवाज उठाएंगे, रजनीश पाणिग्राही ने कहा की कॉन्ग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में सभी संविदा और दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों से कहा था कि सरकार बनते ही आप लोगों को नियमित किया जाएगा हम कांग्रेस के वादे को भूलने नहीं देंगे, आपकी मांगों के साथ हम खड़े हैं !
नरसिंह राव ने कहा की कोरोना काल मे अपनी सेवाएं देने वाले संविदा कर्मचारी आज बोझ कैसे हो गए ? भूपेश सरकार और कांग्रेस के नेता नैतिकता दिखाएं, और संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की संविलियन करे,
नगर अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा कि बस्तर की जनता के साथ बहुत बड़ा षड्यंत्र कांग्रेस सरकार कर रही है निजी अस्पतालों को फायदा पहुंचाने के लिए बस्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं को कम कर, संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को हटाकर, बस्तर की गरीब जनता को निजी अस्पतालों की ओर भेजने के लिए मजबूर कर रही है, गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मेडिकल कॉलेज–जहां संभाग भर से बस्तर की जनता इलाज कराने आती है उन्हें इलाज से और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित किया जाना यह जनता के साथ अपराध है सिर्फ बस्तर जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को ही निकाला गया है जबकि छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में आज भी संविदा में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवाएं दे रहे हैं ऐसे में बस्तर के सांसद यहां के सभी विधायक और कांग्रेस के जनप्रतिनिधि मौन क्यों है यह स्वास्थ्य कर्मियों के निष्कासन कर स्वास्थ्य सुविधाएं से बस्तर वासियों को वंचित कर बस्तर की जनता के साथ अपराध कर रहे हैं और भाजपा ऐसा होने नहीं देगी ,सड़क से विधानसभा तक संविदा स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली के लिए उनके नियमितीकरण के भाजपा के द्वारा लड़ाई लड़ी जाएगी
मनोहर दत्त तिवारी ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि संगठित होकर अपनी बातों को पुरजोर तरीके से रखें सरकार धोखेबाज है आपको आपसे तोड़ने की कोशिश करेगी आप की संवैधानिक मांगों के साथ पूरा भाजपा परिवार हैं |
इस अवसर पर राकेश तिवारी अभय दीक्षित रोशन झा योगेश ठाकुर अरुण नेताम पी नागेश्वर राव योगेश शुक्ला अजय सरस्वती उमेश यादव प्रेम यादव अभिषेक तिवारी आनंद झा अजय सरस्वती शिरीष मिश्रा सुरेश कश्यप विकास पात्रों राज पांडे के साथ अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे