हारे प्रत्याशी को निर्वाचित सरपंच घोषित करने पर मच गया बवाल

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  •  कांग्रेसियों ने राह चलते लोगों को निर्वाचन प्रमाण पत्र बांट कर किया प्रदर्शन 

-अर्जुन झा-

जगदलपुर बस्तर संभाग में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव गड़बड़ी की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं। बस्तर जिले के बास्तानार ब्लॉक के बाद अब सुकमा जिले में भी कथित चुनावी धांधली को लेकर बवाल मच गया है। कांग्रेस के लोगों का आरोप है कि एक पराजित सरपंच प्रत्याशी को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया है। इसके विरोध में आज कांग्रेस के लोगों ने सुकमा में प्रमाण पत्र बांटकर प्रदर्शन किया।

मामला सुकमा जिले की ग्राम पंचायत एर्राबोर का है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि एर्राबोर पंचायत में हारे हुए प्रत्याषी को जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया है। जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा लगातार विरोध किया जा रहा है। वही कांग्रेस के नेताओं ने सुकमा की सड़क पर सरपंच बनाने का फर्जी प्रमाण पत्र बांटकर विरोध दर्ज कराया और निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए ऐसा कृत्य करने वाले कर्मचारी को हटाने की मांग की है। रविवार शाम 5 बजे कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड़ पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हुई गड़बड़ी को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। युवा कार्यकर्ताओं व नेताओं के हाथों में फर्जी सरपंच बनने के प्रमाण पत्र दिखाई दिए और राहगीरों को सरपंच बनाने का प्रमाण पत्र बांट रहे थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव कांग्रेस के नेता दुर्गेश राय ने कहा कि इस बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में एर्राबोर पंचायत मे आस जोगी को 169 और करटम लक्ष्मी 88 वोट मिले थे लेकिन रात के अंधेरे में करटम लक्ष्मी को निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र दे दिया गया। वही गुमोड़ी में भी ऐसा ही क्या किया गया है। हारे हुए और जीते हुए दोनो को जीत प्रमाण पत्र दे दिए गए हैं। कांग्रेस नेता दुर्गेश राय ने कहा कि ये गलत हुआ है।भाजपा सरकार के इशारे पर यहां गंदा खेल खेला गया है। अधिकारी और कर्मचारी एर्राबोर में भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं।ऐसे कर्मचारियों को कांग्रेस सबक सिखाएगी। दुर्गेश राय ने कहा कि प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई करे। इस दौरान काफी संख्या में कांग्रेसी मौजूद रहे।

किलेपाल में भी हुआ था बवाल

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में बास्तानार ब्लाक में भी बवाल हो चुका है। यहां मतगणना में गड़बड़ी की शिकायत करने प्रत्याशी व ग्रामीण किलेपाल जनपद पंचायत में निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंचे थे।किलेपाल-2 और बड़े बोदेनार के प्रत्याशी और ग्रामीणों का आरोप है कि मतगणना कुछ और हुआ और मतगणना पत्र में कुछ और लिख दिया गया है।मतगणना सूची भी पीठासीन अधिकारियों द्वारा उपलब्ध नहीं कराई गई। किलेपाल-2 और बोदेनार के प्रत्याशियों ने निर्वाचन अधिकारी को आवेदन देकर रिकाउंटिंग कराने, मत पत्र चेक करने की मांग की थी। किलेपाल-1 से पंच चुनाव में गड़बड़ी ओर बड़े बोदेनार ओर किलेपाल- 2 से सरपंच पद के गड़बड़ी की शिकायत सामने आ चुकी है।