डौंडी :- प्रदेश की भूपेश बघेल सरकार किसान हित मे अनेक निर्णय ले रहे है और किसानों के लिए विभिन्न योजनाओं को लागू किया जा रहा है। इसी कड़ी में रोका छेका अभियान भी चलाया जा रहा है किंतु यह अभियान डौंडी में फेल साबित हो रहा है। आलम ये है कि मवेशी नगरपंचायत के ठीक सामने व्यवस्तम मुख्य मार्ग को अपना आशियाना बनाकर आराम से बैठे नजर आते है। यही हाल डौंडी नगर के दुर्गा चौक, स्टेट बैंक, बाजार चौक, मथाई चौक, बस स्टैंड मुख्य मार्ग जैसे जगहों पर भी देखा जा सकता है। मवेशियों का इस तरह मुख्य मार्गो पर डेरा डालना वाहन चालकों के लिए हादसों का सबब बनता है वही मवेशी भी दुर्घटनाओं का शिकार होते जा रहे है। फल, सब्जी और किराना दुकानो के व्यापारी मवेशियों से आये दिन खासा परेशान होते जा रहे है वही दो पहिया वाहन डिक्की में रखे सामाग्री भी मवेशी चालाकी से चट कर जाते है जिससे लोगो को हानि पहुँच रहा है। मगर लावारिस पशु को लेकर नगर में अब तक कोई ठोस कार्य योजना नही बन पाया है।जिसके चलते आवारा पशुओं की तादाद बढ़ गई है। जो नगर के मुख्य मार्गो में रहकर परेशानियों का सबब बन गया है। जिसके लिए पशु पालक भी काफी हद तक जिम्मेवार है जो अपने मवेशियों को लावारिस छोड़कर रखे हुए है। हालांकि इस दिशा में नगरपंचायत द्वारा मुनियादी कराकर पशुपालकों को सख्त चेतावनी दी गई है किंतु ठोस कार्यवाही नही होने से आलम जस का तस बना हुआ है। सबसे बड़ी बात तो ये है कि इतने बड़े नगरपंचायत में ना तो कांजी हाउस की पर्याप्त सुविधा है और ना ही सर्वसुविधायुक्त गौठान । यही कारण है कि इस मामले में नगर के जिम्मेदार असहाय नजर आ रहे है।
क्या कहते है निकाय अधिकारी
रोका छेका अभियान तहत वैकल्पिक व्यवस्था में आवारा मवेशियों को दीगर गौठान में रखे जाने का प्रयास किया जा रहा है। नगर में पर्याप्त भूमि स्थल की मांग की गई है भूमि उपलब्ध होते ही व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी।