दल्लीराजहरा – खदान मजदूर संघ भिलाई के सचिव लखन लाल चौधरी ने उप क्षेत्रीय निदेशक डीएव्ही स्कूल हुडको, भिलाई जिला दुर्ग छत्तीसगढ़ को ज्ञापन सौंपकर डीएव्ही स्कूल राजहरा के सुब्रत रंजन दास, खेल शिक्षक, का डीएवी स्कूल राजहरा से तत्काल स्थानांतरण करने की मांग की है साथ ही संघ द्वारा उनके समक्ष निम्न तथ्यों को रखते हुए उनसे त्वरित कार्यवाही की अपेक्षा की है-
1) सुब्रत रंजन दास, खेल शिक्षक ,वर्तमान में डीएवी स्कूल राजहरा में पदस्थ हैं।
2) सुब्रत रंजन दास के विरुद्ध डीएवी स्कूल की ही शिक्षिका श्रीजा सोनवानी ने दल्ली राजहरा थाने में दिनांक 21.09.2020 को एफ आई आर दर्ज करते हुए शिकायत की थी सुब्रत रंजन
दास खेल शिक्षक डीएवी स्कूल राजहरा ने 16.08. 2020 को जबरदस्ती उनके घर में प्रवेश करते हुए उनके साथ बद्तमीज़ी की उनके साथ शारीरिक रूप से छेड़छाड़ किया और श्रीजा सोनवानी द्वारा चिल्लाते हुए विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए सुब्रत रंजन दास भाग गए।
3) इससे पूर्व भी इसी स्कूल के कुछ पुरुष शिक्षकों द्वारा स्कूल के छात्राओं के साथ गलत हरकत करने की बात सामने आई थी जिसका संघ ने विरोध किया था एवं आपसे शिकायत भी की गई थी जिसके उपरांत उनका स्थानांतरण कर दिया गया था।
4)इसी तरह इस स्कूल के पूर्व प्राचार्य द्वारा भी स्कूल के शिक्षिकाओं के साथ गलत व्यवहार करने की शिकायत सामने आई थी जिसके उपरांत संघ के पुरजोर विरोध के बाद उनका भी स्थानांतरण अन्यत्र किया गया।
5)स्कूल शिक्षा का मंदिर कहलाता है और स्कूल के प्रत्येक शिक्षक से मर्यादित व्यवहार की अपेक्षा की जाती है।
6) उपरोक्त घटनाक्रमों से साफ परिलक्षित होता है कि डीएवी स्कूल राजहरा में कुछ ऐसे शिक्षक मौजूद है जो छात्राओं और महिला शिक्षिकाओं के साथ गलत नियत और गलत व्यवहार करने की महारत हासिल कर चुके हैं और स्थानीय स्कूल प्रबंधन एवं बी.एस.पी के द्वारा नियुक्त एलएमसी कमेटी के कुछ मेंबर्स और संरक्षक मुख्य महाप्रबंधक खदान द्वारा भाई भतीजावाद और जातिवाद का सहारा लेकर दास को निर्दोष साबित करने में लगे हैं जिससे डीएवी स्कूल प्रबंधन के नाम की बदनामी हो रही है एवं डीएवी प्रबंधन के क्रियाकलाप पर भी कई सवालिया निशान लग रहे हैं।
7) दास के ऊपर लगाए गए आरोप निराधार नहीं कहे जा सकते हैं क्योंकि एफ.आई.आर दायर होने के बाद जब स्थानीय पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर के न्यायालय में प्रस्तुत किया तब सुब्रत रंजन दास ने लिखित रूप से अपने कृतियों पर शर्मिंदा होते हुए माफी मांगी।
8)पूर्व में भी दास पर स्कूल के छात्राओं के साथ गलत हरकत करने का आरोप लग चुका है और थाने में ही इन्होंने लिखित माफी मांगी है।
9) स्कूल के पुरुष शिक्षक द्वारा इस तरह की गिरी हरकत करने के बावजूद आज तक डीएवी स्कूल प्रबंधन एवं बीएसपी के एल.एम. सी कमेटी के चुनिंदा सदस्यों एवं अध्यक्ष द्वारा किसी तरह की कोई कार्यवाही ना करना बल्कि दास को श्रेष्ठ शिक्षक की उपाधि देना और उन्हें बचाने का प्रयास करना यही दर्शाता है कि डीएवी स्कूल राजहरा में इसी तरह के भ्रष्ट और अपराधी प्रवृत्ति के पुरुष शिक्षकों की नियुक्ति की जाती है जिसके भ्रष्टाचार एवं अपराधिक कार्यों में संभवत एलएमसी कमेटी के सदस्य कमेटी के संरक्षक सीजीएम माइंस तपन सूत्रधार एवं डीएवी स्कूल प्रबंधन के अधिकारियों की भी हिस्सेदारी है।
10, अगस्त माह के 16 तारीख को सुब्रत रंजन दास जी द्वारा श्रीजा सोनवानी के घर शराब के नशे में घुस कर शारीरिक छेड़छाड़ किया और संघ को ऐसी जानकारी मिली है किजिसकी प्रारंभिक शिकायत श्रीजा सोनवानी मैडम द्वारा स्कूल की प्राचार्या अलका शर्मा से किया था मगर स्कूल प्रबंधन द्वारा उनकी शिक़ायत पर किसी तरह कोई कार्रवाई नहीं की ,बल्कि सुब्रत रंजन दास को शिक्षक दिवस 5 सितंबर को स्कूल का सर्वश्रेष्ठ शिक्षक से सम्मानित किया गया है।जो कि बहुत ही शर्मनाक है संघ ईसकी कड़ी निंदा करता है, की किसके कहने पर एक ऐसे शिक्षक को सर्वश्रेष्ठशिक्षक का सम्मान दिया गया जिसके खिलाफ लगभग15 दिन पहले उसी स्कूल की महिला शिक्षक द्वारा शारीरिक छेड़छाड़ की शिकायत की थी,क्यो डीएव्ही स्कूल राजहरा के योग्य शिक्षकों को ईस सम्मान के लिए नहीं चुना गया जबकि डीएव्ही स्कूल राजहरा के कुछ शिक्षकों की मेहनत के कारण स्कूल के बोर्ड कक्षाओं का रिजल्ट नगर में सबसे अच्छा आता है , मगर उन शिक्षकों को छोड़कर शिक्षा के मंदिर को शर्मसार करने वाले शिक्षक को सर्वश्रेष्ठशिक्षक से सम्मानित करना , स्कूल प्रबंधन की भाई-भतीजावाद और चापलूसी करने वाले को प्राथमिकता देने की नियत दिखाता है।
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर संघ यह मांग करता है कि फर्जी तरीके से ,भाई भतीजावाद और भाषावाद का परिचय देते हुए सीजीएम खदान ,एलएमसी के सदस्यगण, श्री सुब्रत रंजन दास को बचाने का प्रयास ना करें एवं त्वरित कार्रवाई करते हुए सुब्रत रंजन दास का तत्काल प्रभाव से अन्यत्र स्थानांतरण करें।साथ ही संघ यह भी मांग करता है कि डीएवी के साथ जुड़े इस्पात शब्द को भी तत्काल हटाया जावे क्योंकि जिस तरह से भाई भतीजावाद और भाषावाद का परिचय देकर सुब्रत रंजन दास को सीजीएम खदान श्री तपन सूत्रधार द्वारा बचाने का कुत्षित प्रयास किया जा रहा है उसे कंपनी का भी नाम बदनाम हो रहा है और आम जनता में खदान प्रबंधन और खदान के मुखिया तपन सूत्रधार पर शहर के लोग खुलकर आरोप लगा रहे हैं कि बीएसपी द्वारा जिस अधिकारी को नियम कानून और आपराधिक गतिविधि एवं भ्रष्टाचार रोकने का दायित्व दिया गया है वह खुद ही बिका हुआ है और संभवत डीएवी में चल रहे सभी दुष्कर्मों का सहभागी भी बना हुआ है जिससे कंपनी का नाम धूमिल हो रहा है।
ईस ज्ञापन की प्रतिलिपि प्रभारी निदेशक बी एस पी भिलाई,ई, डी,एम एंड आर, ई, डी, पी एंड ए, बी एस पी भिलाई, मुख्य महाप्रबंधक खदान राजहरा खदान समूह, महाप्रबंधक कार्मिक राजहरा खदान समूह, प्रार्चाय डीएव्ही सिनीयर सेकेंडरी स्कूल राजहरा, महामंत्री खदान मजदूर संघ भिलाई को भी दी गई है। भवदीय – लखन लाल चौधरी, सचिव खदान मजदूर संघ, भिलाई