कैंसर से जूझ रही दीपा के काटने पड़े थे एक पैर, डीबी ग्रुप के युवाओं ने कृत्रिम पैर लगवा कर दी नई जिंदगी गुरुर ब्लाक के ग्राम चिटौद की रहने वाली दीपा जोगी लगभग 2 साल से कैंसर से जूझती रही। घुटने का ट्यूमर इतना बढ़ गया कि दोबारा ऑपरेशन के बाद भी वह ठीक नहीं हो पाई थी। दल्ली राजहरा के डोनेट ब्लड ग्रुप (डीबी ग्रुप) के युवाओं ने दीपा को नहीं जिंदगी दे दी और एक संस्था के माध्यम से दीपा के लिए निशुल्क कृत्रिम पैर की व्यवस्था की। अब दीपा अपने कृतिम पैर के जरिए चल पाएगी। उसे नई उम्मीद मिल गई। डोनेट ब्लड ग्रुप के युवा लगातार 2 साल से इस बच्ची की जान बचाने के लिए प्रयासरत थे। पहले कोशिश यही थी कि उसका पैर ना कांटना पड़े लेकिन स्थिति ऐसी आन पड़ी कि लगातार उसकी तबीयत बिगड़ी व ट्यूमर बढ़ता रहा तथा जान बचाने के लिए मजबूरन दीपा जोगी के पैर को काटना पड़ा। परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है। दीपा जोगी के पिता भी दिव्यांग है। तो माता सरोज रोजी मजदूरी करती है। शुरुआत से ही दल्ली राजहरा के डोनेट ब्लड ग्रुप के युवा इनके इलाज में मदद करते रहे। तो लोगों से भी चंदा करके इस मदद की मुहिम में कई हांथ जुड़े थे। अंततः बच्ची को नया जीवन देने के साथ-साथ उसे नया पैर दिलाने में भी युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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राजहरा की संस्था व समाजसेवी क्रांति जैन के माध्यम से कृत्रिम पैर लगवाया गया बच्ची दीपा के इलाज में ग्रुप के प्रमुख दीपक साहू, पवन सोनी, संतोष रात्रे, लक्ष्मण देवांगन, भरत देवांगन, कुलदीप, हेमन्त गौतम, सुमीत जैन सहित अन्य लोगों का सहयोग रहा। डोनेट ब्लड ग्रुप के युवाओं द्वारा दानदाताओं की मदद से ऐसे कई जरूरतमंद बच्चों का इलाज करवाया जा चुका है।