जगदलपुर
संजय गांधी वार्ड की पार्षदा पर प्रधान मंत्री आवास योजना के नाम पर वार्डवासियों से पैसों की उगाही के गंभीर आरोप लगने के बाद राजनैतिक गलियारों में हलचल तेज़ हो गयी है. विपक्षीय भूमिका निभाने वाली भाजपा को जहाँ एक बड़ा मुद्दा मिल गया है वहीँ सत्ताधारी दल भी इससे जुड़े सवालों पर पूरी तैयारी कर बैठा हुआ है की किसे कैसा जवाब देना है. बहरहाल, मामले में भाजपा के समर्थन के बाद पीड़ित पक्ष अब राहत की सांस लेता दिखाई दे रहा है. उन्हें उम्मीद है की घर मिले न मिले कम से कम उनके द्वारा पार्षदा को दी गयी राशि अवश्य आगामी भविष्य में मिल जाएगी.
क्या है मामला?
वार्ड की पार्षदा कोमल सेना ने मई 2020 में तक़रीबन 40 वार्डवासियों से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान दिलाने की बात कहते हुए 25-25 हज़ार रुपये प्रति व्यक्ति ले लिया जिसके बाद आज पर्यंत तक मकान नहीं मिलने पर अब वार्डवासियों का गुस्सा फूटने लगा है. इनका कहना है कि पार्षदा को इस बाबत कई बार मौखिक तौर पर बोला गया लेकिन प्रत्येक दफा सांसद, कलेक्टर सहित बड़े लोगों का नाम लेकर उन्हें बरगलाया जा रहा है. मामले में वार्डवासी कई ऑडियो रिकॉर्डिंग व कुछ विडियो भी सबूत के तौर पर रखे हुए हैं. गौरतलब हो कि अब तक 47 पीड़ित वार्डवासी भाजपा से मदद की गुहार लगा चुके हैं.
पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा के किरण देव ने कहा कि पार्षदा कोमल सेना द्वारा आवास योजना के नाम धोखाधड़ी कर गरीबों के साथ छलावा किया है. जब नगर निगम क्षेत्र में सत्तादल के प्रतिनिधि ऐसी हरकत कर सकते हैं तो यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि समूचे छत्तीसगढ़ का क्या हाल होगा? उन्होंने कहा कि बहुत खेद का विषय है कि अब तक सम्बंधित थाने में एफआईआर तक दर्ज नहीं की गयी है, बाकी मामलों में 15 मिनट में एफआईआर कर दी जाती है, निश्चित ही प्रभावशाली लोगों के दबाव में पुलिस कार्यवाई करने से बच रही है. यही नहीं, जिला प्रशासन का अब तक मामले में संज्ञान नहीं लेना भी बेहद गंभीर है. पीड़ितों के साथ भाजपा खड़ी है, तत्काल न्याय संगत कार्यवाई की मांग करते हैं. अगले 48 घंटों में एफआईआर नहीं होती है तो भाजपा उग्र आन्दोलन करेगी.
भाजपा जिलाध्यक्ष रूप सिंह मंडावी ने कहा कि निश्चित ही कांग्रेस के बड़े नेताओं के संरक्षण में यह खेल हो रहा था. मामला खुलने के बाद अब इसे दबाने का भरसक प्रयास किया जा रहा है.
कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि पार्टी में कोई भी व्यक्ति चाहे किसी भी पद पर हो, यदि दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ पार्टी को अनुशंसा भेजी जाएगी और कड़ी कार्यवाई करवाई जाएगी.