बालोद। प्रदेश के युवा आये दिन आत्महत्या करने के लिए मजबुर हो रहे हैं। चाहे वह मुख्यमंत्री निवास रायपुर में हो या फिर पुलिसिया कार्यवाही के चलते डौंडीलोहारा मंदिर में धनगांव के आदिवासी युवक की आत्महत्या की मामला या फिर जिला के गुरूर नगर के सुनील कुमार गंगबेर की आत्महत्या।
प्रदेश सरकार की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कई सवाल खड़ा करता है। यदि इन सवालों के जवाब समय पर नहीं तलाशा गया तो आने वाले समय में भूपेश बघेल की सरकार प्रदेश के जनता के नजर में गिर सकती है। भूपेश बघेल; पिछले रमन सिंह सरकार के कार्यकाल दौरान आत्महत्या करने वाले किसानों के परिवारों से मिलकर तत्कालिक सरकार पर काफी मजबूती से सवाल दागते रहे हैं और इन्हीं जनहित के कार्यों को देखते हुए प्रदेश के जनता ने उन्हें भारी बहुमत के साथ सत्ता पर बिठाया है। प्रदेश के जनता की मुख्यमंत्री से ढेरो अपेक्षा के साथ आशाऐ बंधी हुई है और भूपेश बघेल की सरकार जनता के हित के कामों में जमकर जुटी हुई है; लेकिन सरकार के नाकों तले प्रदेश में इन दिनों कोरोना काल के दौरान जुआ और सट्टा में जमकर पैसा की दांव लगाया जा रहा है सूत्रों की मानें तो प्रदेश ने पुलिस विभाग को सख्ती से कार्रवाई करने का निर्देश दिया है, जिसके बाद से प्रदेश के कई हिस्सों से जुआरियों और सटोरियों को दबोचे जा रहे हैं जिसे देखकर ही प्रदेश की कानून व्यवस्था की अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
बालोद जिला के गुरूर थाना क्षेत्र जो सटोरियों और जुआरीयो के लिए स्वर्ग बना हुआ है; जहाँ पर बीते दिनों सुनील कुमार गंगेबर ने सट्टा के पैसा को लेकर किसी व्यक्ति के बार-बार फोन द्वारा पैसों की मांग से तंग आकर आत्महत्या कर अपनी मौत के पीछे कई सवाल छोड़ गया है, जिन सवालों का जवाब सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने खुद अपनी ही पार्टी के सरकार से पूछना शुरू कर दिया है। सुनील कुमार गंगबेर; जोगी जनता कांग्रेस के नेता रहे वर्तमान प्रदेश साहू समाज अध्यक्ष, अर्जुन हिरवानी के पड़ौसी थे और अर्जुन हिरवानी ने बालोद पुलिस अधीक्षक से मामले में गहराई से जांच कर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की बात कही है। वहीं प्रदेश के गृहमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक को जांचकर कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
गुरूर पुलिस सुनील कुमार गंगबेर की काल डिटेल निकालकर उसके माध्यम से फोन करने वाले व्यक्ति की पहचान करने में जुटी हुई हैं। वहीं घटना को लेकर जोगी जनता कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष पुनम साहू के साथ आम आदमी पार्टी ने सुनील कुमार गंगबेर की आत्महत्या को भूपेश बघेल सरकार की नाकामी बताया है और जल्द ही उचित कार्यवाही नहीं होने पर बड़ा आंदोलन करने की बात है।
बालोद पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा ने जिला के चार थाना प्रभारियों का तबादला कर दिया है वहीं कुछ प्रधान आरक्षको को भी इधर से उधर किया है सूत्रों की मानें तो सुनील कुमार गंगबेर की मौत से उनके परिवार के सदस्य सदमे में हैं तो वहीं कुछ अन्य और लोगों की सदमे में जाने की खबर है। चिटौद पंचायत के सरपंच व आम आदमी पार्टी नेता पुरषोत्तम सिन्हा ने गुरूर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है।