दुग्ध व्यापारी ने रखा अपना पक्ष, कहा उत्कृष्ट व गुणवत्तायुक्त है सामग्री

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जगदलपुर – शहर के कुछ दुग्ध व्यापारियों के प्रतिष्ठानों से विगत वर्ष विभाग द्वारा सैंपल लिए गए थे. इनमें से 24 सैंपलों में से 4 के दुग्ध सामग्री अमानक पायी गयी थी. मामले में अपर-कलेक्टर द्वारा कार्यवाई भी किया जाना है. इन सब के बीच अपने प्रतिष्ठान के सामग्रियों को उत्कृष्ट और गुणवत्तायुक्त बताते हुए एक दुग्ध व्यापारी ने अपना पक्ष रखा है.

बीडीएफ दुग्ध के मार्केटिंग मैनेजर पवन चंद्राकर ने जारी अपने पक्ष में कहा है कि विगत 30/10/2021 को खाद्य अधिकारी द्वारा दुग्ध प्रसंस्करण केंद्र में 500 ग्राम कोवा सैंपल का निरिक्षण किया गया था व इसकी जांच रिपोर्ट 31/12/2021 को रायपुर स्थित राज्य फ़ूड टेस्टिंग लेबोरेटरी द्वारा दी गयी थी. इस रिपोर्ट के अनुसार बीडीएफ के दूध में 61.90 फ़ीसदी कुल सॉलिड होने की जानकारी दी गयी है जबकि इसी संस्था द्वारा पृथक से एक और जांच रिपोर्ट सौंपी गयी जिसमें बीडीएफ के दूध का फैट सामान्य 4.5 फ़ीसदी पाया गया. बीडीएफ का कहना है कि अगर गाय के दूध में फैट 4.5 फ़ीसदी माना गया है तो एनएनएफ की रिपोर्ट में 8.5 फ़ीसदी होना चाहिए था जबकि 6.75 प्रतिशत आया. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि दूध की सैंपलिंग पूरी तरह से घोलकर किया जाना था लेकिन ऊपरी सतह से दूध को लिया गया, जिसकी वजह से जांच रिपोर्ट में असमानता पायी गयी.

इसके अलावा गाय और भैंस का मिश्रित दूध होता है तो 4.5% फैट रिपोर्ट आता है लेकिन केवल गाय के दूध की बात की जाती है तो 3-3.5% फैट मिलता है. अपना पक्ष रखते हुए बीडीएफ व्यापारी ने कहा कि यह परिवार अपने उत्कृष्ट उत्पादनो की वजह से कम समय में ही बस्तर जिले के ग्राहकों के बीच अपनी एक विशेष पहचान बना चुका है और संस्था ने गुणवत्ता के साथ कोई भी समझौता नहीं किया है और भविष्य में भी सभी मानकों-नियमों को मानते हुए अपनी उत्कृष्ट सेवा देने में तत्पर है. रायपुर द्वारा दी गई जांच रिपोर्ट के खिलाफ अब बीडीएफ ने डायरेक्टर, फूड रिसर्च एंड स्टैंडर्डाइजेशन लैबोरेट्री गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश जांच हेतु सैंपल भेजा है, जिसकी रिपोर्ट का इंतज़ार है.