बस्तर की बेटी वंदना दंतेवाड़ा में महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बना रही

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बस्तर/दंतेवाड़ा – एकता महिला कलस्टर संगठन चितालंका स्वयं सहायता समूह दंतेवाड़ा के गांवों में महिलाओं को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रोजेक्ट रिसोर्स पर्सन (पी आर पी) वंदना ठाकुर अहम भूमिका निभा रही है। उन्होंने बताया कि दंतेवाड़ा जैसे बिहड़ इलाकों में महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों में जोड़ना व उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में किसी चुनौती से कम नहीं वंदना ठाकुर कहते हैं कि स्थानीय लोगों को उनके स्थानीय बोली भाषा में समझाया जाता है फिर उन्हें किस तरह से स्वयं आत्मनिर्भर होना है आदि बताया जाता है इससे स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का जीवन स्तर पहले से बेहतर बन रहा है। आत्मनिर्भर महिलाएं घर संचालन में सहयोग प्रदान कर रही हैं। आत्मनिर्भर बनने से महिलाओं के जीवन में खुशियां आ रही हैं।

दंतेवाड़ा में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत वर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण सिमेंट पोल निमार्ण हर्बल गुलाल निर्माण मृदा शिल्प कला सैनिटेरी पैड निर्माण गोठान में सब्जी भाजी उत्पादन तार जाली आदि का निर्माण स्वयं सहायता समूहों के द्वारा किया जा रहा है। इसमें से 305 समूहों द्वारा विभिन्न बैंक में खाते खोले गए हैं। एकता महिला कलस्टर संगठन ग्रामीण आजीविका मिशन चितालंका की वंदना ठाकुर के अनुसार 305 समूहों के खाते बैंक की विभिन्न शाखाओं में ही संचालित हो रहे हैं। एकता महिला कलस्टर संगठन के अन्तर्गत 15 ग्राम संगठन व 305 समूहों को बैंक के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया गया है। स्वयं सहायता समूह के गठन से महिलाएं आत्मनिर्भर व स्वावलंबी बन रही हैं। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं दूसरी महिलाओं को आजीविका और स्वावलंबन के लिए अनवरत प्रेरित कर रही हैं।