लौह नगरी में मजदूरों के मसीहा कामरेड इंद्रजीत सिंह को उनके 37 वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने उमड़ा जनसैलाब

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नगर में मजदूरों ने निकाली विशाल रैली

किरंदुल (प्रातः इंडिया) लौह नगरी किरंदुल में स्थित एनएमडीसी परियोजना में कार्यरत मजदूरों के हितों एवं अधिकारों के लिए लड़ने वाली संयुक्त खदान मजदूर संघ किरंदुल के प्रथम नेता का. इंद्रजीत सिंह जिन्हें मजदूरों का मसीहा भी कहा जाता है। उनके 37 वे पुण्यतिथि में श्रद्धांजलि देने हजारों की संख्या में मजदूर शामिल हुए। विदित हो कि किरंदुल में एनएमडीसी परियोजना की स्थापना के प्रारंभिक दौर में लौह अयस्क की खुदाई एवं उस माल का प्रेषण रेलवे के माल वाहक गाड़ियों में दैनिक मजदूरों द्वारा भरकर भेजा जाता था। किंतु आधुनिकता के दौर में नई मशीनों के आने से यह सारा कार्य मशीनों से होने लगा। कंपनी को दैनिक मजदूरों की आवश्यकता नहीं थी। परिणाम स्वरूप सभी मजदूरों की छटनी होने लगी।

उस समय का. इंद्रजीत सिंह मजदूरों के मसीहा बनकर सामने आए और उन्हें हक दिलाने के लिए उनके नियमितीकरण के लिए बड़ा आंदोलन छेड़ दिया। प्रशासन द्वारा उनके इस आंदोलन को कुचलने का भरपूर प्रयास किया गया, 5 अप्रैल 1978 को मजदूरों पर लाठियां चलाई गई, गोलियां दागी गई, यहां तक की मजदूरों के निवासरत घरों में आग लगा दी गई। इस हादसे में गोली लगने व जिंदा जलने से हमारे कई मजदूर साथी शहीद हो गए। उनकी याद में बस स्टैंड के समीप शहीद स्मारक भी बनाया गया ।और हर वर्ष 5 अप्रैल को उन मजदूरों को याद कर श्रद्धांजलि दी जाती है। इस हादसे के बाद भी का. इंद्रजीत सिंह ने अपना आंदोलन जारी रखा। परिणाम स्वरूप प्रशासन को मजदूरों के आगे झुकना पड़ा और सभी दैनिक मजदूरों को कंपनी में नियमित किया गया। जिसमें सैकड़ों मजदूर लाभान्वित हुए ऐसे महान कर्तव्यनिष्ठ, जुझारू कर्मठ मजदूर नेता कामरेड इंद्रजीत सिंह को लोग मसीहा की तरह मानने लगे। तथा उनकी याद में मजदूर संघ के कार्यालय का नाम भी इंद्रजीत सिंह भवन रखा गया। उनके आदर्शों और विचारों पर चलने के लिए प्रति वर्ष 10 मार्च को उनकी पुण्यतिथि पर सभी मजदूर एकत्रित होकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी राह में चलने की प्रतिज्ञा लेते है।

इस वर्ष भी सुबह उनकी धर्मपत्नी का. बसंत रानी संधू उनके सुपुत्र का. राजेश संधू उनकी पुत्रवधू तेजिंदर कौर तथा संघ के अध्यक्ष के साजी, कार्यकारी अध्यक्ष मधुकर सितापराव संगठन सचिव नोमेश्वर राव कार्यालय सचिव नरसिम्हा रेड्डी एवं सभी मजदूर साथी महिला साथी एकत्रित होकर कामरेड इंद्रजीत सिंह के समाधि पर पहुंचे। और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात शाम को संयुक्त खदान मजदूर संघ के कार्यालय इंद्रजीत सिंह भवन एकत्रित होकर उनके स्टेचू पर माला अर्पण किया गया । पुष्प अर्पित करते हुए वहां से हजारों की संख्या में मजदूरों ने रैली निकालकर नगर के विभिन्न में मार्ग से होते हुए मल्लप्पा केंद्र में स्थित उनकी याद में बनाए गए स्मारक में यह रैली समाप्त हुई जहा विशाल आमसभा भी रखी गई थी एनएमडीसी परियोजना के मजदूरों के लिए गर्व की बात है कि ऐसे महान नेता ऐसे महान शख्सियत के सुपुत्र कामरेड राजेश संधू अपने पिता के आदर्शों पर चलते हुए आज संयुक्त खदान मजदूर संघ के सचिव पद पर आसीन होकर मजदूरों को अपनी सेवा देते हुए उनके हक अधिकारों की लड़ाई लड़ते आ रहे हैं।