किरंदुल लौह नगरी किरंदुल में एनएमडीसी परियोजना की स्थापना के समय से गठित मजदूरों की संगठन संयुक्त खदान मजदूर संघ प्रतिवर्ष 5 अप्रैल को अपने शहीद साथियों को याद करते हुए।उनकी याद में बने शहीद स्मारक में भावपूर्ण श्रद्धांजलि देते आ रही है।
विदित हो कि एनएमडीसी के प्रारंभिक दौर में लौह अयस्क खनन व प्रेषण का कार्य दैनिक मजदूरों द्वारा किया जाता था। आगे चलकर आधुनिक मशीनें आने पर परियोजना द्वारा इन दैनिक मजदूरों की छटनी की जा रही थी। जिसके विरोध में मजदूरों ने अपने साथियों के नियमितीकरण के लिए आंदोलन किया था। इस आंदोलन को तत्कालीन सरकार द्वारा कुचलने का प्रयास करते हुए 5 अप्रैल 1978 को मजदूरों पर लाठीचार्ज हुआ, गोलियां चलाई गई थी। जिसमें हमारे कई मजदूर साथी शहीद हुए थे। परंतु आंदोलन जारी रहा और अंत में जीत मजदूरों की हुई। परियोजना द्वारा उन्हें नियमित किया गया।
तब से प्रतिवर्ष उन शहीद साथियों की कुर्बानियों को याद करते हुए, उन्हें बस स्टैंड के समीप बने शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि दी जाती है। इस वर्ष भी संयुक्त खदान मजदूर संघ के सभी साथी अपने कार्यालय इंद्रजीत भवन से विशाल रैली के रूप में नगर भ्रमण करते हुए बस स्टैंड शहीद स्मारक पर पहुंचे। जहां उन शहीद साथियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर उस घटना के चश्मदीद कामरेड दीपक दास ने सभी साथियों को उस घटना के बारे में स्मरण कराया।
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में एसकेएमएस के कार्यकारी अध्यक्ष मधुकर सितापराव, संगठन सचिव नोमेश्वर राव, वरिष्ठ कार्यकर्ता देवरायालु, कार्यालय सचिव नरसिम्हा रेड्डी, का. बसंत रानी संधू, भावना, सतीश नखाते, रमेश देशमुख, ईश्वर राव, राजनाथ सिंह आदि सैकड़ों की संख्या में मजदूर साथी उपस्थित थे