जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि कुछ लोग बंदूक की नोंक पर ग्रामीणों को बरगला रहें हैं जबकि हकीकत यह है कि ग्रामीण भी विकास चाहते हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि आदिवासी अब नक्सलियों से उगता चुकें हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर में विभिन्न आदिवासी समाजों द्वारा प्रदेश सरकार के किये जा रहे विरोध और बड़े पैमाने पर आदिवासी समाज की नाराजगी के सवाल को सिरे से खारिज करते कहा कि यह विरोध चंद लोगों द्वारा किया जा रहा विरोध है। सरकार की योजनाओं की सफलता का ये परिणाम है कि आदिवासी समुदाय चौतरफा विकास की ओर अग्रसर है। हर तरफ लोगों की आमदनी बढ़ी है। रोजगार के साधन उपलब्ध हो रहे हैं। अब लोगों के पास धन इकट्ठा होने लगा है। इसीलिये ग्रामीण क्षेत्रों से अब नये बैंक खोले जाने की मांग उठने लगी है।
दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा आदि के दौरे में ग्रामीणों ने कॉपरेटिव बैैंक खोलने की मांग की है। इससे यह जाहिर होता है कि अब ग्रामीणों की जेब में पैसा बचने लगा है जिसके लिए उन्हें बैंक की जरुरत पडऩे लगी है। यह संकेत एक सकारात्मक संकेत हैं। बस्तर के ग्रामीण अब नक्सलवाद से ऊब चुके हैं।अब ग्रामीण विकास की मुख्यधारा से लोग जुडऩे लगे हैं। विश्वास, विकास और सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। जमीनी स्तर पर इसके क्रियान्वयन के बाद परिणाम अब सब देख रहे हैं।
भूजल स्तर के गिरने पर चिंता सुकमा और बीजापुर में भूजल के गिरते स्तर पर चिंता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जल संरक्षण, वाटर रिर्चाजिंग के लिए बड़े पैमाने पर स्ट्रक्चर बनाए जाने की जरुरत है, इसके लिए प्रयास किए जा रहे है।