- चार घंटे तक लगातार दोनों ओर से होती रही फायरिंग
- चार घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर भेजा रायपुर
सुकमा बीजापुर और सुकमा जिलों की सीमा पर आज नक्सली हमले में चार जवान घायल हो गए। सुबह से ही हैवी फायरिंग शुरू हो गई थी, जो 4 घंटे बाद भी नहीं थम पाई थी। जवानों व नक्सलियों के बीच अंधाधुंध फायरिंग चल रही है। कोबरा व एसटीएफ की टीम नक्सलियों से लोहा ले रही है।
नक्सलियों के कोर इलाके में, जहां बटालियन मौजूद वहां जवानों ने दस्तक दी है। जहां पहले 22 जवान शहीद हुए थे, उसके आसपास ही जवानों ने कैंप स्थापित किया है। कैंप न खुल पाए इसलिए नक्सली लगातार फायरिंग कर रहे हैं।नक्सलियों ने बीजीएल भी दागे, लेकिन जवान अब भी वहां डटे हुए हैं। बीजीएल के जरिए ग्रेनेड दागे जाने के कारण इंस्परेंटल से चार जवान घायल हुए हैं।
उन्हें मामूली चोट आई है और एयरलिफ्ट किया गया है। बताया गया है कि जहां 22 जवान शहीद हुए थे वहां कैंप स्थापित करने पहुंचे थे जवान। नक्सलियों ने फोर्स को घेरने का प्रसास किया, लेकिन जवानों ने उनका डटकर मुकाबला किया। बीजापुर सीमा से लगे टेगलगुड़ा गांव के पास 2021 में हुए नक्सली हमले में 22 जवान शहीद हो गए थे। यह नक्सलियों को कोर इलाका माना जाता है और वहां पर बटालियन सक्रिय है। उस इलाके में ना सिर्फ जवान पहुंचे बल्कि वहां पर कैंप स्थापित कर दिया। कैंप ना खुले इसलिए नक्सलियों ने जवानों को घेरने का प्रयास किया और करीब चार घंटे तक जबरदस्त फायरिंग व बमबारी की।नक्सलियों द्वारा दागे गए बीजीएल के छर्रो से चार जवानों को मामूली चोंट आई है जिन्हे हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा गया है। बीजापुर जिले की सीमा से लगे सुकमा जिले के टेगलगुड़ा गांव के पास कैंप खोलने के लिए जवान मंगलवार सुबह रवाना हुए। जैसे ही उस इलाके में जवान पहुंचे, नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी। बताया जाता है कि करीब 12 बजे नक्सलियों ने जवानों पर हमला करना शुरू किया। नक्सलियों ने अत्याधुनिक हथियारों से हमला किया और देशी बम भी दागे। जवानों ने जवाबी कार्रवाई की और करीब चार घंटे तक दोनों और से फायरिंग हुई। शाम 4 बजे ये फायरिंग रूक गई, लेकिन जवान मौके पर ही मुस्तैद रहे और कैंप स्थापित करने के लिए जुट गए। सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण समेत अन्य अधिकारी मौके पर हैं और उनका फोन बंद बता रहा है, इसलिए पुरी जानकारी नहीं मिल पाई।