मुख्यमंत्री की उपस्थिति में नशा मुक्ति केंद्र का लोकार्पण, 24 घंटे के भीतर ही तालाबंदी, जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन कर रही गुमराह

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जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महारानी अस्पताल के डीएडिक्शन यूनिट का लोकार्पण 26 मई को किया जिससे जनता को लाभ मिले किंतु जिला प्रशासन व अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से 24घंटे के भीतर ही तालाबंदी की स्थिति निर्मित हो गई जिसके कारण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि भी धुमिल हो रही है। ज्ञात हो कि नशामुक्ति का इलाज करा रहे अजहर से स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चर्चा किया।

अज़हर मुलत: मध्यप्रदेश का रहने वाला है और विगत 20 दिनों से यहां इलाज कराने का दावा प्रबंधन ने किया था किंतु डीएडिक्शन यूनिट में भर्ती अजहर को अब मेडिकल वार्ड में सामान्य मरीजों के साथ रखा गया है जिसके कारण यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि केंद्र क्यों बनाया गया। दूसरी तरफ नशा मुक्ति केंद्र के प्रभारी चिकित्सक साव से जब मिलने पहुंचा तो वह कार्यालय में नहीं थे।

क्या कहा था मुख्यमंत्री ने

मुख्यमंत्री ने नशा मुक्ति केंद्र का तारीफ किया था और यह सब चौबीस घंटे के भीतर ही काफूर हो गया है तथा मरीज भी प्रबंधन की लापरवाही के कारण भटकने को मजबूर हैं।