बस्तर में कार्य करने की काबिलियत साबित कर चुके हैं चंदन, एक अपवाद छोड़ कभी विवादों में नहीं घिरे

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जगदलपुर। 2011 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा संवर्ग अधिकारी चंदन कुमार कड़क शैली के अधिकारी माने जाते हैं किंतु एक अपवाद को छोड़कर कभी भी विवादों में नहीं घिरे ‌।बस्तर में वह लगातार कई वर्षों से सेवा दे रहें हैं। एसडीएम जैसे पद से अपनी सेवा की शुरुआत किया, जब उन्होंने सेवा की शुरुआत किया तो भारतीय जनता पार्टी का शासनकाल था और कश्यप परिवार की जब तूती बोलती थी तो इस दौरान कश्यप परिवार के राजनीतिक विरोधी माने जाने वाले लखेश्वर बघेल विधायक थे तो उनसे कभी अनबन की खबरें नहीं आई।

बस्तर जिले के कलेक्टर चंदन कुमार ने पदभार ग्रहण किया और जो बातें कही कि यह वर्ष 2013 वाली बस्तर नहीं रही जबकि वर्ष 2022 है और जागरूकता लगातार बढ़ रही है। कलेक्टर चंदन कुमार का कहना है कि बस्तर जिले में बतौर कलेक्टर पदभार ग्रहण करने के पूर्व कांकेर तथा सुकमा जिले में कलेक्टरी कर चुके हैं। राजनांदगांव तथा कांकेर जिले में जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी का काम भी संभाला है । संभाग मुख्यालय बस्तर के बस्तर अनुविभागीय अधिकारी तथा कांकेर जिले में अनुविभागीय दण्डाधिकारी के उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है जिससे यह पता चलता है कि वह बस्तर के रग-रग से वाकिफ हैं जिसके कारण सरकार को भी इनसे बड़ी उम्मीदें हैं।

कलेक्टर चंदन कुमार ने बताया अधिकारी-कर्मचारियों को रोड मैप

बस्तर जिले के नवपदस्थ कलेक्टर चंदन कुमार ने जिले के अधिकारियों के साथ परिचयात्मक बैठक में अपना रोड मैप बताया कि जनहित के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देना है। इससे पूर्व पत्रकारों से फीड बैक लिया गया जिसके आधार पर जो प्रमुख बातें सामने आई उसको पूरा करने का जोर दिया।

कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करते हुए क्षेत्र की जनता को लाभान्वित करें। ग्रामीण क्षेत्रों में शासन की योजनाओं को पहुंचाने के लिए ग्रामीण सचिवालयों में नियमित तौर पर मैदानी कर्मचारी उपस्थित रहें तथा ग्रामीणों की समस्याओं का तत्काल निराकरण करें। ग्रामीण क्षेत्रों में अधोसंरचना निर्माण संबंधी कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश भी उन्होंने दिए। कलेक्टर ने कहा कि ग्रामीणों को आय, जाति व निवास प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जाएगा।