जगदलपुर। नगर निगम की लापरवाही व जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण बस्तर संभाग मुख्यालय के सबसे बड़े बस स्टैंड कुशाभाऊ ठाकरे बस स्टैंड में बस संचालकों द्वारा अवैध रूप से कब्जा हो गया है जिसके चलते लोगों को कई प्रकार की समस्यायों से यात्रियों को दो-चार होना पड़ता है।
बस्तर जिले के शांतिनगर में स्थित कुशाभाऊ ठाकरे बस स्टैंड अंतर्राज्यीय बस स्टैंड है जिसमें छत्तीसगढ़ के भीतरी इलाकों तथा राजधानी व न्यायधानी तक एवं इसके अलावा सीमांध्र, तेलंगाना, महाराष्ट्र व ओड़िशा की ओर सैकड़ों बसें चलती हैं किंतु मुसाफिरों के किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है। कहलाने को मात्र अंतर्राज्यीय बस स्टैंड है फिर भी इस बस स्टैंड में बैठक व्यवस्था या पेयजल की व्यवस्था नहीं है। नगर निगम प्रशासन द्वारा वॉटर एटीएम लगाए गए हैं किंतु इस वॉटर एटीएम के कई बस कंपनी के बसों की साफ सफाई करते हुए देखा जा सकता है। जब पूर्व बस स्टैंड बना था तो सर्विस स्टेशन व डीपो था जोकि बसों को खड़ा किया जाता था किंतु उस स्टेशन पर सीआरपीएफ का कब्जा हो गया है जिसके कारण बसों को व्यवस्थित रूप से खड़ा नहीं किया जा रहा है जिसके यह बस स्टैंड बदनुमा दाग बन कर रहा है और इससे बस्तर की छवि धुमिल हो रही है।