रायपुर। छत्तीसगढ़ के उद्योग – वाणिज्य व आबकारी मंत्री कवासी लखमा की जुबान से निकले फिर बिंदास, बेलगाम बोल।कवासी अपने बेधड़क बयानों के लिए पहचाने जाते हैं। वे बेहिचक वह कह देते हैं, जो वे महसूस करते हैं। बिना कोई लाग लपेट के अपनी बात कह देना कवासी लखमा की फितरत है। उनकी बात का कोई बुरा नहीं मानता।
मनोविनोद से उनके भाव पढ़े जाते हैं, शब्द नहीं। उनकी खरी खोटी बात में भी बस्तरिया मासूमियत और मिठास का पुट होता है। अब कवासी लखमा ने एक खबरिया चैनल से बातचीत के दौरान भाजपा के आरोपों पर कह दिया कि छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता अंधे और बहरे हैं उन्हें न तो कुछ दिखाई देता है न कुछ सुनाई देता है। लगातार ढाई सालों से एक के बाद एक छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय पुरस्कार केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ही दे रही है और वह ऐसे ही नहीं दे रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में अच्छा काम हो रहा है। उसके लिए छत्तीसगढ़ को पुरस्कारों से नवाजा जा रहा है। क्या छत्तीसगढ़ के भाजपा नेताओं को यह सब नहीं दिखता है या सुनाई नहीं देता है? लखमा जी फरमा रहे हैं कि लोकसभा में भाजपा के 9 सांसद छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हैं। क्या कभी इन सांसदों ने कोई पत्र केंद्र को लिखा है। कोयले की कमी है, गाड़ियां बंद हैं, खाद की किल्लत हो रही है, महंगाई बढ़ चुकी है डीजल ठीक से नहीं मिल रहा है। यह सब इनको नहीं दिखता है। छत्तीसगढ़ को पुरस्कार मिलता है तो भाजपा के पूरे नेताओं के पेट में दर्द चालू हो जाता है। कोई मुद्दे भाजपा के पास नहीं हैं।