व्यवस्था के विरुद्ध आवाज़ उठाने वाले जननेता अरुण पाण्डेय् की आवाज़ दबाने षड्यंत्र जारी

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छत्तीसगढ़ / जगदलपुर । बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर से 7 किलोमीटर दूर डिमरापाल में संचालित चिकित्सा महाविद्यालय/अस्पताल में सफ़ाई और सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए निजी संस्थाओं को ठेका दिया गया है। गौरतलब होकि जनसभा संगठन के बैनर तले इन ठेका कंपनियों में कार्यरत कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन और साप्ताहिक अवकाश ना मिलने जैसी अन्य मांगों को लेकर लगातार संघर्ष कर रही है।

जनसभा के वरिष्ठ नेता चंचलमल जैन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके बताया की संगठन द्वारा महीनों के संघर्ष उपरांत आज सभी कर्मचारियों को वित्तीय वर्ष 2022 से बढ़ा हुआ वेतन और साप्ताहिक अवकाश मिलना आरंभ हुआ, जिससे कंपनी प्रबंधन को आघात पहुंचा है।

जनसभा संगठन द्वारा श्रम विभाग में लगातर आवेदन शिक़ायत करके कर्मचारियों को उनके जॉइनिंग दिनांक से वित्तीय वर्ष 2021 तक के बकाया राशि और साप्ताहिक अवकाश ना दिये जाने के कारण उसकी गणना करके भुगतान करने की मांग की गई है। इस तरह उचित कार्यवाही उपरांत दोनों कंपनी प्रबंधन को करोड़ो रूपये का भुगतान करना पड़ेगा। इस बात से घबराई कंपनी प्रबंधन द्वारा अपने हितैषी कर्मचारियों द्वारा जनसभा संगठन को बदनाम करने व जनसभा के नेताओं को क़ानूनी कार्यवाही के नाम पर डराने धमकाने का सिलसिला आरंभ हो चुका है।

चंचलमल जैन ने कहा कि जनसभा कंपनी प्रबंधन के गीदड़ धमकियों से घबराने वाली नही है। पूर्व में भी जनसभा के अशरफ़ खान और उनके विरुद्ध शांति भंग करने का झुठा आरोप लगाकर षड्यंत्र किया गया। लेकिन जनसभा का संघर्ष इससे कमज़ोर नही हुआ। आगे भी कंपनी प्रबंधन द्वारा झुठा आरोप लगाकर अगर कोई शिक़ायत दर्ज़ कराई जाती है तो जनसभा के नेता न्यायालय में न्याय की लड़ाई लड़ेंगे परंतु जनता के लिए सदैव आवाज़ बुलंद करते रहेंगे ।