रायपुर – एक्टिव केस के मामले में भी छत्तीसगढ़ ने कई राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। यही नहीं प्रदेश में रिकवरी रेट भी 50 फीसदी से नीचे है, यह भी अधिकांश राज्यों से कम है। राहत की बात यही है कि छत्तीसगढ़ में कोरोना से मृत्यु दर केवल 0.9 फीसदी है। इतनी गंभीर स्थिति होने के बाद भी प्रदेश में एम्स से कोरोना जांच रिपोर्ट 13-13 दिनों में आ रही है।
तेजी से फैल रहे संक्रमण की बड़ी वजह
विशेषज्ञों के अनुसार लॉकडाउन खुलने के बाद केवल प्रदेश नहीं अन्य राज्यों में भी मरीज बढ़े। छत्तीसगढ़ में जितने भी केस आ रहे हैं उनमें से ज्यादातर प्राइमरी कांटेक्ट वाले हैं। इसका मतलब, वे ऐसे लोग हैं जो मरीज के संपर्क में आकर पॉजिटिव हुए। यह लापरवाही के कारण तो हुआ ही है, आपदा प्रबंधन में भी लापरवाही हुई है। प्रदेश में उतनी सख्ती नहीं हो रही जितनी होनी चाहिए। यही कारण है कि राजधानी रायपुर में औसतन 800 से 900 मरीज रोजाना और प्रदेश में 2200 से 2500 मरीज रोज मिल रहे हैं। यह औसत 1 सितंबर से अब तक का है।