मिडिल स्कूल के बच्चों ने पहली बार किया ट्रेन से सफर

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  • तोकापाल से जगदलपुर स्टेशन तक की रेल यात्रा रही रोमांचक
  • पहली बार कलेक्टर से भी मिले बांडापारा स्कूल के विद्यार्थी
  • जिला शिक्षा कार्यालय का भी किया भ्रमण, डीईओ भारती प्रधान ने बढ़ाया हौसला


लोहंडीगुड़ा विकासखंड लोहंडीगुड़ा के पारापुर संकुल की माध्यमिक शाला बांडापारा पारापुर के 30 बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। इनमें से ज्यादातर बच्चों ने पहली बार ट्रेन से यात्रा की। बच्चों ने कलेक्टर और जिला शिक्षा कार्यालय का भी भ्रमण किया। कलेक्टर चंदन कुमार और जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने बच्चों का उत्साहवर्धन किया। ट्रेन और जिला मुख्यालय का सफर बच्चों के लिए बेहद रोमांचक अनुभव वाला साबित हुआ।


बांडापारा बस्तर के अंदरूनी इलाके में स्थित है। यहां के बच्चे शेष दुनिया से लगभग अनजान ही हैं। इस गांव की माध्यमिक शाला की आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों ने हिंदी पाठ्यक्रम में रेलगाड़ी के बारे में पढ़ने के दौरान इच्छा जाहिर की कि उन्हें भी रेलगाड़ी देखनी है। कई बच्चों ने रेलगाड़ी मात्र किताबों में और टीवी पर ही देखी है। उन्होंने कभी रेलगाड़ी को साक्षात नहीं देखा है। बच्चों ने अपने ज़िले के कलेक्टर से भी मिलने की इच्छा जाहिर की। बच्चों की इच्छा को ध्यान में रखते हुए संस्था के प्रधानाध्यापक उमेश मेश्राम व संकुल शैक्षिक समन्वयक श्याम पांडे ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी से संपर्क कर अनुमति चाही। विकास खंड शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर यादव, खंड स्त्रोत समन्वयक रोमांचल ठाकुर ने पहल की। कलेक्टर चंदन कुमार को बच्चों की मंशा से अवगत कराया। कलेक्टर ने भी बच्चों से मिलने के लिए समय दे दिया।

ज़िला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने तत्काल बच्चों के शैक्षणिक भ्रमण हेतु निर्देश दिए एवं खंड शिक्षा अधिकारी व खंड स्त्रोत समन्वयक को स्वयं की देखरेख में कार्यवाही करने को कहा। इसके बाद शाला के 30 बच्चों को वाहन की व्यवस्था कर तोकापाल विकासखंड मुख्यालय के रेलवे स्टेशन ले जाया गया। बच्चों को तोकापाल से जगदलपुर तक रेल यात्रा कराई गई।
देखते बन रहा था उत्साह
रेल यात्रा के दौरान बच्चों का उत्साह देखते ही बन रहा था। अधिकांश बच्चे अपने जीवन में पहली बार रेल देखी और उन्होंने रेल यात्रा का आनंद लिया। बच्चों को जगदलपुर रेलवे स्टेशन का भ्रमण कराया गया। उन्हें बताया गया कि यात्री किस प्रकार से टिकट खरीदते हैं एवं यात्रा करते हैं। रेलयात्रा के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी भी दी गई।
कलेक्टर, डीईओ से भी मिले
रेलवे स्टेशन जगदलपुर के भ्रमण उपरांत बच्चों को कलेक्टरेट परिसर लाया गया। जहां बच्चों ने बस्तर जिले के कलेक्टर से भेंट कर कलेक्ट्रेट परिसर का भ्रमण किया। तत्पश्चात बच्चों को जिला शिक्षा कार्यालय भी ले जाया गया, जहां जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान ने बच्चों से मिलकर उनका उत्साहवर्धन किया।
बच्चों को जगदलपुर शहर के ह्रदय स्थल में स्थित शहीद पार्क दिखाया गया व लामिनी पार्क का भी भ्रमण कराया गया। रेल यात्रा, पार्क घूमना बच्चों के लिए एक नवीन और सुखद अनुभव वाला रहा। बच्चों के लिए नाश्ता व भोजन की व्यवस्था भी की गई थी।
मील का पत्थर साबित होगी यह पहल
जिला शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्त्रोत समन्वयक, प्रधानाध्यापक व संकुल शैक्षिक समन्वयक के संयुक्त प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को इस प्रकार से शैक्षणिक भ्रमण कराए जाने से बच्चों का शिक्षा के प्रति लगाव, जुड़ाव और गहराता है। विकासखंड लोहंडीगुड़ा के शिक्षक एवं अधिकारी कर्मचारी इसके लिए बधाई के पात्र हैं। विकास खंड लोहंडीगुड़ा के शैक्षणिक भ्रमण का यह अध्याय निश्चित ही शिक्षा जगत में एक और मील का पत्थर साबित होगा।